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महिलाओं को स्वावलंबन का पाठ पढ़ा रहीं ‘प्रमिला’

Pramila

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बाराबंकी। महिलाओं को जागरूक कर उन्हें फल प्रसंस्करण के तहत प्रशिक्षित कर प्रमिला श्रीवास्तव (Pramila Srivastava) स्वावलंबन का पाठ पढ़ा रही हैं। यही नहीं वह नगर की मलिन व गरीब बस्तियों में जाकर महिलाओं को स्वावलंबन के प्रति जागरूक कर रही हैं। उन्हें प्रशिक्षित कर खाली समय में बेहतर अचार, मुरब्बा आदि कैसे बनाया जाए। इनकी बारीकियों को भी बता रही हैं।

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं के अधिकारों के प्रति शुरू किये गये जागरूकता कार्यक्रम नारी सुरक्षा, नारी सम्मान, नारी स्वालंबन हेतु गठित ‘मिशन शक्ति अभियान’ के अर्न्तगत जहां महिलाओ को सशक्त संरक्षा व सुरक्षा प्रदान की जा रही है। वहीं बाराबंकी जिले की मोहल्ला सरावगी निवासी प्रमिला श्रीवास्तव महिलाओं व बालिकाओं को स्वावलंबी बनाकर उनमें संरक्षा व सुरक्षा की भावना उत्पन्न कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं। करीब 13 वर्ष पहले प्रमिला श्रीवास्तव ने उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग द्वारा संचालित प्रशिक्षण केन्द्र से फल संरक्षण ट्रेड (अचार, मुरब्बा बनाने का प्रशिक्षण) में प्राप्त किया। इसके बाद उन्होंने अचार मुरब्या बनाने का घरेलू स्तर से रोजगार शुरू किया। धीरे-धीरे अपने इस रोजगार को बढ़ाकर उसमें क्षेत्र की कई महिलाओं को रोजगार दिया। खास बात यह रही कि उन्होंने गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया।

फलस्वरूप उनका व्यवसाय तो बढ़ा ही साथ ही उनकी प्रसिद्धि भी खूब हुई। धीरे-धीरे आस-पास के जनपदों में भी उनका अचार लोगों के मन भाया। लोग उनके घरेलू उत्पादों से इतना प्रभावित हुए कि अचार व मुरब्बा लेने के लिए वह उनके घर आने लगे। बाजार में अपने प्रोडक्ट की बिक्री शुरूकरके वह स्वयं तो आत्मनिर्भर बनीं ही साथ ही अन्य लोगों को भी अपने व्यवसाय से जोड़कर उन्हें रोजगार मुहैया कराया। इसके अलावा वह समय-समय पर महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए प्रशिक्षण अभियान भी चलाती हैं। अपनी संस्था माता जी जन कल्याण सेवा संस्थान के माध्यम से भी हजारों महिलाओं को फल संरक्षण, अचार, मुरब्बा, पापड़, ब्यूटीपार्लर ट्रेड, सिलाई-कढ़ाई ट्रेड आदि में महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही हैं।

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जिससे वे अपना व अपने परिवार का भरण पोषण कर रही हैं। यही नहीं उ0प्र0 सरकार द्वारा शुरू मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत जिला प्रोबेशन कार्यालय बाराबंकी में महिला कल्याण विभाग के तहत आयोजित मिशन शक्ति अभियान के अन्तर्गत महिलाओं को अचार मुरब्बा व पापड़ बनाने का भी प्रशिक्षण दिया। महिलाओं को स्वावलंबन व आत्मनिर्भर बनाने हेतु प्रमिला श्रीवास्तव ऑल इण्डिया रेडियो लखनऊ के माध्यम से भी ग्रामीण महिलाओं को फल संरक्षण व अचार बनाने के बारे में जानकारी देती रहती हैं।

राज्यपाल से भी हो चुकी हैं पुरस्कृत

फल संरक्षण में राजभवन में आयोजित प्रतियोगिता में भाग लेकर वर्ष 2013 से 2017 तक लगातार 5 वर्षाे तक प्रथम पुरुस्कार प्राप्त करके महामहिम राज्यपाल द्वारा ‘राज्यपाल चल बैजयंती पुरूस्कार’ से सम्मानित की गईं। यही नहीं लखनऊ में फिक्की द्वारा वर्ष 2017 में आयोजित कार्यक्रम में महामहिम राज्यपाल राम नाईक जी व कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी सम्मानित किया।

महिलाओं को बनाया आत्मनिर्भर

प्रमिला श्रीवास्तव ने अपने इस कार्य में महिलाओं को जोड़कर उन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया। बैंक ऑफ इण्डिया द्वारा संचालित आरसेटी प्रोग्राम के अन्तर्गत सैकड़ांे महिलाओं को अचार मुरब्बा व पापड़ आदि बनाने का प्रशिक्षण प्रदान किया। इससे वे अपना रोजगार कर अपने पैरांे पर खड़ी हो सकें। यहीं नहीं आरसेटी प्रशिक्षिका के तौर पर कई जिलो में भी जाकर महिलाओं व बालिकाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है।

राष्ट्रपति कलाम भी कर चुके हैं प्रोत्साहित

प्रमिला श्रीवास्तव के उत्कृष्ट कार्यों को देखते हुए बाराबंकी के जिलाधिकारी डॉ. आदर्श सिंह व सीडीओएकता सिंह द्वारा भी कई कार्यक्रम में उन्हें सम्मानित किया जा चुका है। यही नहीं बाराबंकी स्टेडियम में कई वर्ष पहले आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति महामहिम एपीजे अब्दुल कलाम द्वारा भी इन्हंे प्रोत्साहित किया जा चुका है।

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