वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिजीत मुखर्जी ने पार्टी छोड़ दी है। आज कोलकाता में अभिजीत मुखर्जी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हो गए। अभिजीत मुखर्जी देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे हैं।
आज कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी नेता पार्था चटर्जी की मौजूदगी टीएमसी की सदस्यता ग्रहण की. पार्था चटर्जी ने कहा कि अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी में शामिल होने की इच्छा जताई थी। उन्होंने ये विचार अभिषेक बनर्जी के पास व्यक्त किया था और आज वह टीएमसी में शामिल हो गए हैं। पार्था चटर्जी ने कहा कि हम पार्टी में अभिजीत मुखर्जी का स्वागत करते हैं।
टीएमसी नेता ने कहा कि हमें उम्मीद है कि अपने पारिवारिक विरासत को लेकर आ रहे अभिजीत मुखर्जी देश में बीजेपी मुक्त वातावरण बनाने में मदद करेंगे। इस दौरान सुदीप बंदोपाध्याय भी मौजूद रहे। उन्होंने अभिजीत मुखर्जी को स्टॉल ओढ़ाकर उनका स्वागत किया।
इस दौरान अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि काफी पहले एक युवा के तौर पर वे अपने माता-पिता के साथ पार्था चटर्जी से मिले हैं। इस मौके पर अभिजीत मुखर्जी ने सीएम ममता बनर्जी और अभिषेक बनर्जी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि मैं दीदी और अभिषेक के निर्देश पर यहां आया हूं।
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अभिजीत मुखर्जी ने कहा कि कभी मैं सरकारी नौकरी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुआ था क्योंकि तब यहां लेफ्ट के खिलाफ माहौल था और ममता उसको लीड कर रही थीं। बीजेपी पर हमला बोलते हुए अभिषेक मुखर्जी ने कहा कि ममता ने एक धार्मिक पार्टी रथ बंगाल में रोक दिया है। वो पूरे भारत में संघर्ष करेंगी और जीतेंगी।
भाई अभिजीत बनर्जी के कांग्रेस छोड़ टीएमसी में शामिल होने को बहन शर्मिष्ठा ने दुखद बताया है। अभिजीत के कांग्रेस छोड़कर टीएमसी में शामिल होने के बाद शर्मिष्ठा ने ट्वीट कर लिखा- SAD। बता दें कि अभिजीत और शर्मिष्ठा के बीच कुछ दिनों से पिता प्रणब मुखर्जी को लेकर विवाद चल रहा है।
बता दें कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब के बेटे अभिजीत BHEL, SAIL और मारूति जैसे संस्थानों में काम कर चुके हैं। 12वीं लोकसभा के दौरान प्रणब जब देश के राष्ट्रपति बने तो पिता के खाली स्थान को भरने के लिए अभिजीत जांगीपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़े। 2014 में वह फिर जांगीपुर से जीते थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में अभिजीत मुखर्जी जांगीपुर से तीसरे नंबर पर रहे थे।