प्रयागराज। संगमनगरी में शुक्रवार को जुमे की नमाज (Jumme Ki Namaz) के बाद हुए हिंसा (Prayagraj Violence) के मामले में कार्रवाई करते हए पुलिस ने अटाला बड़ी मस्जिद के इमाम अली अहमद (Imam Ali Ahmad) को गिरफ्तार (Arrested) कर लिया है। इमाम (Imam) पर पुलिसकर्मियों को काफिर कहने का साथ-साथ लड़कों को भड़काने का आरोप लगा है। इसी के बाद पथराव और आगजनी की घटना हुई थी। पुलिस ने हिंसा की साजिश रचने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में पुलिस ने प्रयागराज हिंसा (Prayagraj Violence) के आरोपी जावेद उर्फ पंप के घर पर बुलडोजर चलाकर मिट्टी में मिला दिया। साथ ही अब तक सैकड़ों आरोपियों को चिन्हित किया गया है। इनकी गिरफ्तार भी शुरू हो चुकी हैं।
दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने कानून व्यवस्था की समीक्षा की तब ये भी तय हो गया था कि हिंसा के आरोपियों को जवाब वो मिलेगा जो नज़ीर बनेगा।
प्रयागराज हिंसा (Prayagraj Violence) में सबसे पहले बुलडोजर जावेद (Javed) के घर पर चला। जावेद प्रयागराज के अटाला में रहता है। टुल्लू पंप का कारोबारी होने की वजह से इसके नाम के साथ पंप जुड़ गया। जावेद पंप वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया का प्रदेश महासचिव है। पुलिस ये खोज रही है कि ये कैसा वेलफेयर था, जिसने लोगों के हाथ में पत्थर और दिमाग में नफरत भर दी?
दिल्ली हिंसा में की जांच में भी वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया का नाम आया था। वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष, दिल्ली हिंसा की साजिश के आरोपी जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद के पिता हैं। आज तक के पास दिल्ली हिंसा की चार्जशीट का हिस्सा है, जिसमें वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया और उमर खालिद के पिता SQR Ilyas का जिक्र किया गया है।
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पुलिस को जावेद पंप के मोबाइल से कई सुबूत मिले हैं। भड़काऊ बयान की कई क्लिपिंग मिली हैं, जिनका कनेक्शन 10 जून को प्रयागराज में हुई हिंसा से है। आरोपी जावेद पंप के जब्त मोबाइल की फॉरेंसिक जांच भी हो रही है। डिलीट किए गए चैट औऱ कॉल डीटेल्स की पूरी जांच हो रही है। इसमें जो और लोग दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई होगी।
बता दें कि बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा (Nupur Sharma) ने एक टीवी डिबेट में पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय बहुत नाराज हुआ था, जिसके बाद 3 जून को कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हिंसा भड़की थी। वहीं 10 जून को भी यूपी के कई जिलों में जुमे की नमाज के बाद हिंसक प्रदर्शन शुरु हो गए थे।