सिडनी। भारतीय टीम के लेफ्ट ऑर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट की पहली पारी में बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद कहा कि उनकी योजना ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों विशेषकर करिश्माई बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ पर दबाब बनाने की थी। जडेजा ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को 62 रन देकर चार विकेट लिए और कंगारु टीम को पहली पारी में 338 रन पर रोकने में अहम भूमिका निभाई।
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जडेजा ने दिल का खेल खत्म होने के बाद कहा, “यहां विकेट काफी धीमा था और गेंद टर्न नहीं हो रही थी। इसलिए यह जरुरी था कि हर वक्त गेंद को एक ही जगह करायी जाए। मैं अच्छे क्षेत्र में गेंद डालना चाहता था जैसा हमारे तेज गेंदबाज कर रहे थे। मेरी योजना रन नहीं लुटाकर बल्लेबाजों विशेषकर स्मिथ पर दबाब बनाने की थी। मैं बस उन्हें आसानी से रन नहीं बनाने देना चाहता था।”
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जडेजा ने युवा सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल की पारी की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “शुभमन के पास लंबी पारी खेलने की क्षमता है। यह अच्छा है कि उन्होंने टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई और रोहित शर्मा के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की। यह भारत के लिए अच्छा संकेत है और मैं उम्मीद करता हूं शुभमन दूसरी पारी में भी शानदार प्रदर्शन करेंगे।”
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जडेजा ने मैच में बेहतरीन कर रहे स्मिथ को सीधे थ्रो कर रन आउट किया था और उन्होंने अपनी इस थ्रो को अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग कोशिश करार दिया। शुभमन ने रोहित के साथ मिलकर भारतीय पारी को बेहतर शुरुआत दिलाई और अपने करियर के दूसरे टेस्ट में पहला अर्धशतक लगाया। उन्होंने 101 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 50 रन बनाए। जडेजा ने कहा, “यह थ्रो मेरी सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग थी जिसे मैं बार-बार देखना चाहूंगा। 30 यार्ड सर्कल के बाहर से सीधे थ्रो करना संतोषजनक है। मैच में चार विकेट लेना सुखद है लेकिन यह रन आउट मेरे लिए यादगार रहेगा।”