राजधानी देहरादून स्थित दरबार साहिब में हर साल लगने वाले भव्य झंडे जी मेले की तैयारियों को इन दिनों अंतिम रूप दिया जा रहा है। निर्धारित कार्यक्रम के तहत आगामी 25 मार्च को दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन महंत देवेंद्र दास महाराज पैदल संगत के स्वागत के लिए हरियाणा स्थित अराईयांवाला प्रस्थान कर वहां झंडे जी का आरोहण करेंगे। इसके साथ ही झंडे जी मेले के अन्य कार्यक्रमों की भी शुरुआत की जाएगी।
इस प्रकार रहेंगे कार्यक्रम
26 मार्च: पैदल संगत के स्वागत के लिए श्रीगुरु राम राय इंटर कॉलेज सहसपुर में भजन कीर्तन व प्रसाद वितरण कार्यक्रम होगा।
27 मार्च: कांवली गांव में प्रस्थान कर संगत को आशीर्वाद दिया जाएगा इसी दिन से पैदल संगत का दरबार साहिब में आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
30 मार्च: दरबार साहिब में सेवादार गिलाफ सिलवाई का काम करेंगे वर्तमान में 186 गिलाफ बुक हो चुके हैं, जो झंडेजी के आरोहण की सुबह तक बुक किए जा सकेंगे।
01 अप्रैल: दरबार साहिब में संगत माथा टेकेंगे और दरबार साहिब देहरादून के सज्जादानशीन श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज संगत को पगड़ी, प्रसाद देकर पूर्वी संगत को विदा करेंगे।
02 अप्रैल: सुबह 8 से 9 बजे तक झंडे जी को विधि विधान के साथ उतारने का काम होगा। इसके बाद दोपहर 1 बजे सनील गिलाफ व दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाएगा। शाम तकरीबन 5 बजे श्रीमहंत देवेंद्र दास महाराज के सानिध्य में झंडे जी का आरोहण होगा।
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03 अप्रैल: विभिन्न राज्यों से आने वाली संगत दरबार साहिब में माथा टेकेंगी।
04 अप्रैल: सुबह 9 बजे से दरबार साहिब से विभिन्न क्षेत्र होकर नगर परिक्रमा होगी
21 अप्रैल: रामनवमी के दिन झंडे जी के मेले का समापन होगा।
बता दें कि प्रसिद्ध झंडे जी पर चढ़ाए जाने वाले सनील गिलाफ की बुकिंग आगामी 2044 और दर्शनी गिलाफ 2122 तक के लिए हो चुकी है। मेला प्रबंधक समिति के व्यवस्थापक केसी जुयाल ने बताया कि कोरोनाकाल को देखते हुए प्रशासन और शासन को पत्र लिखकर आने वाली सभी संगतों के स्वास्थ्य जांच का अनुरोध किया गया है। इसके साथ ही मेले में शामिल होने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिए कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करना अनिवार्य रहेगा।