नई दिल्ली। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज डिजिटल गवर्नेंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों का सम्मान किया। उन्होंने कहा कि तकनीकी विकास को अक्सर ‘व्यवधान’ के रूप में जाना जाता है, लेकिन इस साल उन्होंने हमें बड़े व्यवधान को काफी हद तक दूर करने में मदद की। राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार के लिए भी, सूचना प्रौद्योगिकी नागरिकों को विभिन्न प्रकार की सेवाएं प्रदान करने और अर्थव्यवस्था के पहियों को मोड़ने के लिए सबसे महत्वपूर्ण उपकरणों में से एक था।
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राष्ट्रपति कोविंद ने आज डिजिटल इंडिया पुरस्कार( प्रदान किए। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि भारत न केवल गतिशीलता-प्रतिबंधों के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने के लिए तैयार था, बल्कि विभिन्न अखाड़ों में आगे बढ़ने के अवसर के रूप में संकट का भी उपयोग किया। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ये साल अब समाप्त होने वाला है और हमें उम्मीद है कि महामारी भी जल्द ही समाप्त हो जाएगी।
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उन्होंने आगे कहा कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि कोरोना वायरस ने सामाजिक संबंधों, आर्थिक गतिविधियों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और जीवन के कई अन्य पहलुओं के मामले में दुनिया को बदल दिया है। यह केवल इसलिए संभव हो पाया क्योंकि हाल के वर्षों में डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत किया गया है। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि डिजिटल इंडिया अवार्ड्स नागरिकों को उनकी आकांक्षाओं को प्राप्त करने और भारत को डिजिटल महाशक्ति बनाने के लिए सशक्त बनाने के लिए सरकार के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है।