कानपुर। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President) शुक्रवार को अपने पैतृक गांव कानपुर देहात के परौंख पहुंचे। हेलीकॉप्टर से जैसे ही अपनी धरती पर उतरे तो सबसे पहले अपनी माटी को नमन किया। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) , राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) के काफिले के साथ कुल देवी मंदिर पथरी देवी (Pathri Devi Temple) के लिए निकल गये। पथरी देवी मंदिर (Pathri Devi Temple) में उन्होंने प्रधानमंत्री (PM Modi) के साथ पूजा-अर्चना की और वहां से मिलन केंद्र एवं अंबेडकर पार्क का भ्रमण करने चले गये।
रामनाथ कोविंद 25 जुलाई 2017 को राष्ट्रपति बनने के बाद पहली बार 27 जनवरी 2021 को अपने पैतृक गांव परौंख पहुंचे थे। इस बार यह दूसरा अवसर है जब वह राष्ट्रपति के तौर पर परौंख आए हैं। हेलीकॉप्टर से उतरते ही अपनी माटी को नमन करते हुए इसको माथे से लगाया। राष्ट्रपति को देख लोग खुशी से लबरेज दिखाई दिये और राष्ट्रपति ने भी उनका जोरदार अभिवादन किया।
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी, राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। इसके बाद सभी का काफिला पथरी देवी मंदिर के लिए निकल गया। राष्ट्रपति कोविंद (President Kovind) ने पथरी देवी मंदिर (Pathri Devi Temple) में प्रधानमंत्री के साथ पूजा-अर्चना की।
पुजारी ने विधि विधान से मंत्रोच्चार के बीच पूजन कराया। मंदिर के आसपास सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। वह जब भी वह गांव आते हैं तो पथरी देवी मंदिर में जरूर पूजा-अर्चना करते हैं। राष्ट्रपति अपने पैतृक गांव में करीब ढाई घंटे रहेंगे।
राष्ट्रपति के दो दिवसीय दौरे में पहले दिन उनके पैतृक गांव परौंख में कार्यक्रम है और दूसरे दिन कानपुर नगर में दो कार्यक्रम हैं। परौंख के कार्यक्रम खत्म होने के बाद राष्ट्रपति का हेलीकाप्टर छावनी स्थित सिविल एयरोड्रम में उतरेगा। इसके लिए यहां तीन हेलीपैड बनाए गए हैं।
महामहिम ने अपने पैतृक घर को बनाया ‘मिलन केंद्र’, गरीब बेटियों की होगी शादी
यहां से राष्ट्रपति का काफिला सड़क मार्ग से होकर सर्किट हाउस पहुंचेगा। राष्ट्रपति कोविंद सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे और चार जून को मर्चेंट चेंबर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम समाप्त होने के बाद राष्ट्रपति का काफिला एयरफोर्स स्टेशन चकेरी पहुंचेगा, जहां से वह सेना के विशेष विमान से गोरखपुर के लिए रवाना होंगे।