नई दिल्ली| दुनिया सहित भारतीय शेयर बाजारों की चाल इस सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सेहत पर निर्भर करेगी। ट्रंप के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है। गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ट्रंप को कोरोना होने की खबर के बाद दुनियाभर के बाजार में बड़ी गिरावट आई थी।
हालांकि, 2 अक्तूबर होने के कारण भारतीय बाजार बंद थे। अगर, सोमवार तक ट्रंप के स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ तो एक बार फिर से शेयर बाजारों पर दबाब बढ़ सकता है जिसके चलते बाजार में गिरावट गहरा सकती है। विशेषज्ञों ने यह राय जताई है।
विशेषज्ञों ने कहा कि निवेशकों की निगाह कोरोना वायरस संक्रमण के आंकड़ों तथा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से जुड़े घटनाक्रमों पर रहेगी। रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष-शोध अजित मिश्रा ने कहा, इस सप्ताह तिमाही नतीजों के सीजन की शुरुआत होगी। आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी टीसीएस के तिमाही नतीजे सात अक्तूबर को आएंगे।
इसके अलावा कोविड-19 से जुड़ी खबरों तथा अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव से संबंधित घटनाक्रमों से बाजार की दिशा तय होगी। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, बाजार अमेरिका में प्रोत्साहन उपायों की घोषणा तथा ऋण भुगतान पर रोक को लेकर उच्चतम न्यायालय में सुनवाई से दिशा लेगा।
वित्त मंत्रालय में संरचनात्मक सुधारों से देश की आर्थिक बुनियाद होगी मजबूत
शेयर बाजारों में तेजी रहने से बीते सप्ताह घरेलू स्तर पर बीएसई का सेंसेक्स 3.50 प्रतिशत चढ़कर 38697.05 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 3.32 प्रतिशत की बढ़त के साथ 11416.95 अंक पर पहुंच गया। आने वाले सप्ताह में भी निवेशकों की नजर विदेशी बाजारों पर टिकी रहेगी।
समीक्षाधीन सप्ताह में बीएसई का मिडकैप 476.57 अंक अथार्त 3.32 प्रतिशत की मजबूती के साथ 14813.25 अंक पर पहुंच गया। स्मॉलकैप में 474.86 अंक यानी 3.28 प्रतिशत की साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गई और यह अंतिम कारोबारी दिवस पर गुरुवार को 14970.44 अंक पर बंद हुआ था।
सप्ताह के दौरान टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 37,692.7 करोड़ रुपये बढ़कर 9,46,632.85 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शीर्ष 10 कंपनियों में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण सबसे अधिक बढ़ा। एचडीएफसी बैंक का बाजार मूल्यांकन 34,425.67 करोड़ रुपये बढ़कर 6,09,039.90 करोड़ रुपये पर पहुंच गया।
इसी के साथ एचडीएफसी का बाजार पूंजीकरण 25,091.57 करोड़ रुपये बढ़कर 3,21,430.66 करोड़ रुपये रहा। शीर्ष दस कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर रही। उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, एचयूएल, इन्फोसिस, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल और एचसीएल टेक्नोलाजीज का स्थान रहा।