प्रयागराज| उत्तर प्रदेश के सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्यों के 599 पदों पर 31 दिसंबर 2013 को शुरू हुई भर्ती जुलाई 2021 तक भी पूरी होने के आसार नहीं है। मजे की बात है कि इस भर्ती में कोई विवाद नहीं होने के बावजूद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड साढ़े छह सालों में साक्षात्कार तक नहीं ले सका है। एक मामले में चयन बोर्ड की ओर से 25 फरवरी 2020 को हाईकोर्ट में दाखिल हलफनामा में कहा गया था कि यदि अगस्त 2020 में इंटरव्यू शुरू होता है तो मई 2021 तक अंतिम चयन परिणाम जारी हो सकेगा।
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हालांकि फरवरी के बाद कोरोना के कारण सबकुछ अस्तव्यस्त हो गया है। चयन बोर्ड को प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) 2016 के विज्ञान व अंग्रेजी विषय का 23 मार्च से 5 अप्रैल तक साक्षात्कार स्थगित करना पड़ा था। जो 5 अगस्त से दोबारा शुरू हुए हैं और 11 सितंबर तक प्रस्तावित है।
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चयन बोर्ड सूत्रों की मानें तो पूरी कोशिश के बाद भी अक्टूबर में प्रधानाचार्य भर्ती 2013 का इंटरव्यू शुरू हो सकता है। क्योंकि साक्षात्कार से 21 दिन पहले अभ्यर्थियों को सूचना देने का नियम है।प्रत्येक संस्था के लिए 7 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। 599 स्कूलों के लिए 4193 अभ्यर्थियों के साक्षात्कार लेने होंगे। एक दिन में 35 अभ्यर्थियों का साक्षात्कार हो सकता है। इस प्रकार इंटरव्यू कराने के लिए 120 कार्यदिवस चाहिए होंगे।
वैसे बदली परिस्थितियों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए अभ्यर्थियों की संख्या करनी पड़ेगी। ऐसे में इस भर्ती के लिए आवेदन करने वाले 25031 शिक्षकों के लिए किसी सूरत में जुलाई 2021 से पहले परिणाम के बारे में सोचना भी बेकार है।