उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा है कि राज्य में सड़कों के चल रहे गड्ढ़ामुक्त अभियान में ग्रामीण सम्पर्क मार्गों को विशेष प्राथमिकता दी जाय।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बुधवार को यहां एक उच्चस्तरीय बैठक में लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सड़कों के चल रहे गड्ढ़ामुक्त अभियान में ग्रामीण सम्पर्क मार्गों को विशेष प्राथमिकता दी जाय। मरम्मत व पैच वर्क के कार्य गुणवत्तापूर्ण होने चाहिये, अधिकारी इन कार्यों का अनिवार्य रूप से निरीक्षण करें, जनता व जनप्रतिनिधि इन कार्यों पर नजर रखें। उन्होंने कहा कि मिसिंग लिंक मार्गों को भी चयनित कर पूरा कराया जाय।
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उन्होंने कहा कि पुल, पुलियों, आर0ओ0बी0, फ्लाईओवर आदि जहां भी क्षतिग्रस्त हो गये हैं, उनकी भी मरम्मत सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर करा ली जाय। बरसात के दौरान जहां सड़के क्षतिग्रस्त हुयी हैं, उनकी भी सूची तैयार कर आवश्यक कार्रवाई की जाय। उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों व मेलों को जोड़ने वाले सम्पर्क मार्गों की मरम्मत भी शीर्ष प्राथमिकता पर करायी जाय। उन्होंने कहा कि सभी कार्यों की माइक्रोलेवल पर माॅनीटरिंग की जाय, निरीक्षण किया जाय। कार्य धरातल पर नजर आने चाहिये।
श्री मौर्य ने कहा कि लोक निर्माण विभाग की सभी योजनाओं को मूर्त रूप देने व अमलीजामा पहनाने में कोई कोर कसर बाकी न रखी जाय।
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उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सांसद आदर्श गांवों में विश्वकर्मा जयन्ती से पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती तक विशेष अभियान चलाकर मरम्मत व चैड़ीकरण के कार्य अनिवार्य रूप से कराये जांय।
गौरतलब है कि 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्मदिवस भी है। उन्होने कहा कि सांसद आदर्श गांव में यदि कहीं रोड कनेक्टीविटी बाकी है, तो उसका प्रस्ताव लेते हुये कार्य कराया जाय।
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श्री मौर्य ने कहा कि डाॅ0 ए0पी0जे0 कलाम गौरव पथ, मेजर ध्यानचन्द विजय पथ व जय हिन्द वीर पथ की योजनाओं का पूरा विवरण तैयार करते हुये सम्बन्धित सांसदों व विधायकाें को उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में जनहित को देखते हुये सभी क्षेत्रों में संतुलित रूप से सड़क, लघु सेतु, सम्पर्क मार्ग आदि के पांच पांच काम चिन्हित किये जायं। इसके लिये एक फार्मेट बनाकर सम्बन्धित अधिशासी अभियन्ताओं से रिपोर्ट ली जाय। यह कार्य 17 सितम्बर से दो अक्टूबर तक अनिवार्य रूप से पूरा किया जाय। केन्द्रीय मार्ग निधि की दृष्टि से जो प्रस्ताव मंगाये जाने हैं, मंगा लिये जायं। सामान्य मरम्मत, विशेष मरम्मत व नवीनीकरण के कार्यों में भी तेजी लायी जाय।