उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्राइवेट अस्पतालों द्वारा कोविड संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए निर्धारित पैकेज के अनुसार ही धनराशि ली जाये।
अनलाक व्यवस्था की समीक्षा बैठक में श्री योगी ने रविवार को कहा कि लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, कानपुर और मेरठ में संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। लखनऊ में कोविड अस्पताल बनाये गये सभी प्राइवेट अस्पतालों द्वारा संक्रमित मरीजों के लिए मानक के अनुरूप स्तरीय सुविधाएं सुनिश्चित की जाएं।
उन्होने कहा कि सभी कोविड अस्पतालों में पीपीई किट, मास्क, ग्लव्ज, सेनिटाइजर आदि की उपलब्धता निरन्तर बनी रहे। कोविड अस्पतालों में आक्सीजन की आपूर्ति निरन्तर बनाये रखने की प्रभावी व्यवस्था की जाए। आक्सीजन की उपलब्धता 48 घण्टे के बैकअप के साथ रहनी चाहिए। आक्सीजन की कालाबाजारी प्रत्येक दशा में रोकी जाए। ऐसी गतिविधियों में संलग्न व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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श्री योगी ने कहा कि सरकार आमजन को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं सुलभ कराने के लिए कृतसंकल्प हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचाव व उपचार के लिए राज्य सरकार द्वारा हर सम्भव कदम उठाया जा रहा है हालांकि कोरोना से बचाव के लिए इसके प्रति पूरी सावधानी बरते जाने की आवश्यकता है।
आमजन की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ ही उत्तम चिकित्सा सुविधा प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी ने अपने लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर कोविड-19 के संबंध में गठित समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक की। pic.twitter.com/fR9dAhMGO6
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) September 13, 2020
उन्होने कहा कि कोविड-19 के प्रति जागरूकता के लिए पुलिस और प्रशासन मिलकर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से अभियान चलाएं। मास्क न पहनने वालों के प्रति सद्भावनापूर्ण ढंग से प्रवर्तन कार्रवाई की जाए। इसका उद्देश्य लोगों को कोरोना काल में मास्क पहनने के महत्व से परिचित कराना होना चाहिए।
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प्रदेश में कोविड-19 के टेस्ट की संख्या 75 लाख से अधिक होने पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होने कहा कि निरन्तर अधिक से अधिक टेस्ट किये जाएं। जितने अधिक टेस्ट किये जाएंगे, कोविड-19 के संक्रमण के प्रसार पर उतना ही प्रभावी नियंत्रण किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 से बचाव व उपचार की गतिविधियों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के लिए प्रशिक्षित व कुशल मानव संसाधन को बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। इसके मद्देनजर चिकित्सकों, पैरामेडिक्स तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को अधिक से अधिक संख्या में प्रशिक्षित कराया जाए। सभी कोविड अस्पतालों में एचएफएनसी (हाई फ्लो नेज़ल कैन्युला), दवाई आदि सहित सभी आवश्यक वस्तुओं की निरन्तर उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।