उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर प्रदेश में अब माहौल बनने लगा है। सभी प्रमुख दलों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने के साथ ही उन पर अमल करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में कांग्रेस भी पूरी क्षमता के साथ चुनाव मैदान में उतर रही है। चुनाव को लेकर रणनीति बनाने और उस पर चर्चा के लिए प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंच गई हैं। अगले तीन दिनों तक वह यहां कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगी। उनके दौरे को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता बेहद उत्साहित हैं।
प्रियंका गांधी लखनऊ एयरपोर्ट से सीधे हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पहुंचीं। जहां उन्होंने राष्ट्रपिता की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उन्होंने यहां प्रदेश में फैले जंगलराज, पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, महिला उत्पीड़न, ध्वस्त कानून व्यवस्था के खिलाफ दो मिनट का मौन भी रखा। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद हैं।
उत्तर प्रदेश से कानून का राज समाप्त हो चुका है।
उत्तर प्रदेश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं, लूट, हत्या और बलात्कार प्रदेश की पहचान बन चुकी है।
कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी का GPO चौराहे पर गांधी प्रतिमा के समाने मौनव्रत#UPKiUmeedPriyanka pic.twitter.com/tmM8GW11lx
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 16, 2021
कांग्रेस ने अब तक सौ से ज्यादा सीटों पर टिकट के लिए दावेदारों को हरी झंडी दी है। इनमें से काफी सीटों पर एक से अधिक दावेदारों को क्षेत्र में जाकर तैयारी करने के लिए कहा गया है। तीन महीने की समीक्षा में जो दावेदार खरा उतरेंगे, उनका टिकट फाइनल कर दिया जाएगा।
कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व ने प्रत्येक विस सीट के लिए जिला व महानगर इकाइयों से तीन दावेदारों का पैनल मांगा है। पूर्वांचल के आजमगढ़, मिर्जापुर, वाराणसी, बस्ती और गोरखपुर आदि मंडलों की सीटों पर दावेदारों के पैनल मिल चुके हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इनमें से 142 दावेदारों से प्रदेश नेतृत्व वार्ता कर चुका है।
प्रदेश में फैले जंगलराज के खिलाफ कांग्रेस महासचिव श्रीमती @priyankagandhi जी का गांधी प्रतिमा के सामने मौनव्रत#UPKiUmeedPriyanka pic.twitter.com/p0cZtR1jXK
— UP Congress (@INCUttarPradesh) July 16, 2021
हाईकमान को भी इसकी जानकारी दे दी गई है। तय किया गया है कि जो दावेदार तीन महीने के भीतर क्षेत्र में अपनी गतिविधियों से दमदार उपस्थिति दर्ज कराएगा, उसका टिकट फाइनल होगा। इसके लिए तय अवधि में स्थानीय मुद्दों पर जनांदोलन, बैठकें, गोष्ठियां और सचिव स्तर के पदाधिकारियों के क्षेत्र में कार्यक्रम के आधार पर मूल्यांकन होगा।