भारतीय सेना पर टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को फटकार लगायी थी। कोर्ट ने कहा था कि अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो आप ऐसी बातें नहीं कहेंगे। इस पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने मंगलवार को प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि वह माननीय न्यायाधीशों का सम्मान करती है, लेकिन वे यह तय नहीं करते कि सच्चा भारतीय कौन है।
संसद परिसर में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) ने कहा, “माननीय न्यायाधीशों के प्रति पूरा सम्मान रखते हुए, वे यह तय नहीं करते कि सच्चा भारतीय कौन है। विपक्ष के नेता का कर्तव्य है कि वे सरकार से सवाल करें। मेरे भाई कभी सेना के खिलाफ नहीं बोलेंगे, वह उनका बहुत सम्मान करते हैं। यह एक गलत व्याख्या है।” सुप्रीम कोर्ट ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को 9 दिसंबर, 2022 को भारत और चीन की सेनाओं के बीच हुई झड़प पर उनकी टिप्पणी पर फटकार लगाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर आप सच्चे भारतीय हैं तो आप ऐसी बातें नहीं कहेंगे। कोर्ट ने पूछा कि उन्हें कैसे पता चला कि 2000 वर्ग किलोमीटर भूमि पर चीन ने कब्जा कर लिया है? इसके साथ ही भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भारतीय सेना परकथित अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में राहुल के खिलाफ एक जिले की कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर रोक भी लगा दी है। इस पर न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता और न्यायमूर्ति ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह की पीठ ने उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
बता दें कि इस मामले में इलाहाबाद कोर्ट ने 29 मई को राहुल गांधी की याचिका खारिज कर दी थी। फिर राहुल ने समन आदेश और शिकायत को यह कहते हुए चुनौती दी थी कि यह दुर्भावना से प्रेरित और दर्ज की गई थी। शिकायतकर्ता उदय शंकर श्रीवास्तव ने एक कोर्ट में दायर अपनी याचिका में आरोप लगाया कि दिसंबर 2022 की यात्रा के दौरान, गांधी ने चीन के साथ सीमा गतिरोध के संदर्भ में सेना के बारे में कई अपमानजनक टिप्पणियां कीं।