हांगकांग। मीडिया दिग्गज और लोकतंत्र समर्थक 73 वर्षीय जिमी लाई को शनिवार को जमानत देने से इन्कार कर दिया गया। एक दिन पहले उन पर नए राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आरोप लगाए गए थे। लाई टेबलॉयड ‘द एप्पल डेली’ के संस्थापक हैं और उन पर विदेशी शक्तियों के साथ गठबंधन के संदेह और राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने के आरोप हैं।
पोंपियो बोले- सरकार की हकीकत बता रहे हैं लाई
पोंपियो ने लाई की रिहाई का आह्वान करते हुए कहा कि उनका एकमात्र अपराध यह है कि वह चीन की अधिनायकवादी कम्युनिस्ट पार्टी सरकार के बारे में सच बोल रहे हैं। टेबलॉयड ‘द एप्पल डेली’ के मुताबिक लाई के मामले को अभियोजन पक्ष के अनुरोध पर 16 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
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अखबार के मुताबिक उनकी चार्जशीट में उन विदेशी राजनीतिज्ञों का भी जिक्र है, जो उन्हें ना केवल ट्विटर पर फॉलो करते हैं बल्कि उनके लेखों और साक्षात्कार पर टिप्पणी करते हैं। लाई पर अनधिकृत विरोध प्रदर्शनों में भाग लेने और आफिस लीज की शर्तो के कथित उल्लंघन में धोखाधड़ी का भी आरोप लगाया गया है। लाई अन्य देशों से चीन के खिलाफ कठोर रुख अपनाने की वकालत करते रहे हैं।