मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर आबकारी विभाग ने नया कीर्तिमान बनाया है। उप्र की 97 चीनी मिलों और छोटी इकाइयों ने कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 25 मार्च तक दो करोड़ लीटर सैनिटाइजर का उत्पांदन किया है, जो एक रिकार्ड है। यहां रोजाना छह लाख लीटर सैनिटाइजर का उत्पादन किया जा रहा है।
उप्र की चीनी मिलों में तैयार सैनिटाइजर सिर्फ प्रदेश ही नहीं, बल्कि लद्दाख से लेकर केरल और पूरे देश में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने का काम कर रहे हैं।
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान प्रदेश की चीनी मिलों और छोटी इकाइयों में रोजाना छह लाख लीटर सैनिटाइजर का उत्पाददन किया जा रहा है, जबकि सैनटाइजर उत्पाेदन की क्षमता 6.5 लाख लीटर है। अपर मुख्य सचिव संजय भूसरेड्डी के मुताबिक सरकारी और निजी संस्थामनों के साथ-साथ आबकारी विभाग द्वारा तैयार किया गया सैनिटाइजर आम जनता के लिए भी बाजार में उपलब्धस है।
उप्र में भी तोड़ रहा संक्रमण का चेन
आबकारी विभाग द्वारा तैयार किए गए सैनिटाइजर से नगर निगम, स्वास्य्साथ विभाग समेत अन्या संस्थाएं सैनिटाइजेशन का काम कर रही हैं। खासकर नगइर निगम की ओर से प्रदेश में युद्ध स्तबर पर सैनिटाइजेशन अभियान चलाया जा रहा है।
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प्रदेश के 17 नगर निगमों और 48 बड़ी नगर महापालिकाओं ने प्रदेश के प्रमुख संस्थाशन, बाजारें, अस्पयताल समेत शहर की प्रमुख सड़कों और गलियों को सैनिटाइज करने का काम चल रखा है।
पिछले साल भी बनाया था रिकार्ड
पिछले साल कोरोना काल में आबकारी विभाग ने राज्य की चीनी मिलों और छोटी इकाइयों ने 24 मार्च से 15 नवम्बर, 2020 तक 177 लाख लीटर सैनिटाइजर का रिकॉर्ड मात्रा में उत्पादन किया था। इससे सरकार को 137 करोड़ रुपये का राजस्व मिला था। इसमें उप्र के बाहर 78.38 लाख लीटर सैनिटाइजर की बिक्री की गई थी। वहीं, प्रदेश में कुल 87.01 लाख लीटर सैनिटाइजर बेचा गया था।