कानपुर। यूपी के कानपुर में एक प्रोफेसर की हार्ट अटैक से मौत हो गई। वह आईआईटी कानपुर और सीएसजेएम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने आए थे। इसी दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने उन्हें तुरंत सीपीआर दिया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। प्रोफेसर ने दम तोड़ दिया।
आपको बता दें कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक के प्रोफेसर वी.एन. मिश्रा (V.N. Mishra) 2 फरवरी को आईआईटी कानपुर और सीएसजेएम विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने आए थे, जो सतत शहरी विकास में एआई नवाचार पर केंद्रित था।
सम्मेलन के समापन सत्र में प्रो. मिश्रा (V.N. Mishra) दर्शक दीर्घा में बैठे व्याख्यान सुन रहे थे, तभी उनकी तबीयत अचानक खराब हो गई। मौके पर मौजूद डॉक्टरों ने तुरंत सीपीआर दिया, फिर आनन-फानन में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
ये घटना तब हुई जब सम्मेलन का समापन समारोह चल रहा था। प्रोफेसर वी.एन. मिश्रा सामने की पंक्ति में बैठे थे। बैठे-बैठे अचानक उनकी तबीयत बिगड़ी तो पड़ोस में बैठी महिला ने चीखकर सभी को बताया। तुरंत उन्हें सीपीआर देने की कोशिश की गई। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने तुरंत एंबुलेंस से उनको कार्डियोलॉजी भेजा।
प्रोफेसर मिश्रा को एंबुलेंस से कार्डियोलॉजी सुपर स्पेशियलिटी सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह खबर फैलते ही विश्वविद्यालय में शोक की लहर दौड़ गई।
कानपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने उनके निधन पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि प्रो. मिश्रा ने एआई विषय पर व्याख्यान देकर छात्रों को महत्वपूर्ण ज्ञान दिया था, लेकिन उनका अचानक चले जाना बेहद दुखद है। फिलहाल, परिजन शव लेकर अंतिम संस्कार के लिए अमरकंटक रवाना हो गए हैं।