कोलंबो। श्रीलंका में आर्थिक हालात से त्रस्त जनता ने शनिवार को राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के आवास पर कब्जा कर लिया। हालात बिगड़ते देख राष्ट्रपति गोटाबाय अपना आवास छोड़कर भाग गए। इस बीच शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने देर शाम प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (PM Ranil Wickremesinghe ) के आवास पर तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया।
इससे पहले श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे (Ranil Wickremesinghe) ने शनिवार को कहा कि वह इस्तीफा देने के इच्छुक हैं ताकि देश में सर्वदलीय सरकार गठित करने के लिये रास्ता बन सके। प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे।
#WATCH | Sri Lanka: Amid massive unrest in the country, protestors set ablaze the private residence of Sri Lankan PM Ranil Wickremesinghe#SriLankaCrisis pic.twitter.com/BDkyScWpui
— ANI (@ANI) July 9, 2022
विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।
Sri Lanka Crisis: पहले राष्ट्रपति भागे, अब प्रधानमंत्री ने भी दिया इस्तीफा
प्रदर्शनकारी देश में गंभीर आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। राजपक्षे पर मार्च से ही इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है। वह अप्रैल में प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कब्जा करने के बाद से ही राष्ट्रपति आवास को अपने आवास तथा कार्यालय के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।