कहते हैं कभी-कभी खेल भी मौत का खेल बन जाता है। यह दुनिया एक ऐसा छलावा है जिसके छल में एक बार यदि कोई फंस जाए तो फिर उसका बाहर निकल पाना बहुत ही मुश्किल होता है।
ऐसा ही एक मामला कटरा कोतवाली अंतर्गत पेहटी चौराहा का है, जहां पबजी गेम खेलते-खेलते नाबालिग भतीजे ने अपने चाची व दो चचेरे भाइयों को लोहे की राड से मारकर लहूलुहान कर दिया। इलाज के बाद बच्चे तो बच गए, लेकिन जिंदगी और मौत की जंग लड़ते-लड़ते 84 दिन बाद बच्चों की मां जिंदगी से जंग हार गई।
बीते चार सितम्बर को रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना पूरे जिले में सुर्खियां बनी। जानते हैं क्यों ? महज पबजी गेम की लत के चलते…। पबजी गेम की लत के चलते नाबालिग इतना झुंझला गया था कि अपनों की जान से खेल गया। नाबालिग भतीजे ने चाची व चचेरे भाइयों पर राड से वार किया ही, बच्चों को छत से नीचे फेंक दिया।
इतना ही नहीं, नाबालिग भतीजे ने घटनास्थल पर फैले खून को साफ कर गुनाह छिपाने का प्रयास किया और फरार हो गया। इस घटना ने हर किसी के दिल को झकझोर दिया और लोगों में आक्रोश भी था। परिवार के लोग अभी भी भयभीत हैं। करीब दो सप्ताह बाद पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह भेज दिया था।
ट्रामा सेंटर बीएचयू वाराणसी में उपचार के दौरान मौत के बाद महिला का शव घर लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया। पुलिस का कहना है कि महिला की मौत के बाद नाबालिग भतीजे पर गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाएगा, लेकिन मौत का खेल बन चुके पबजी गेम पर किसी का ध्यान नहीं है।