13 अगस्त 2024 मंगलवार को श्रावण महीने का चौथा मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) रखा जाएगा। इस दिन सुहागिनें अपने पति की लंबी उम्र और सुख-समृद्धि के लिए यह व्रत रहती हैं। साथ ही कुंवारी युवतियां भी मनोवांछित वर पाने के लिए यह व्रत रखती हैं। आओ जानते हैं इस दिन की पूजा के शुभ मुहूर्त, उपाय और कथा।
पूजा का शुभ मुहूर्त:
ब्रह्म मुहूर्त: प्रात: 04:23 से 05:06 तक।
प्रातः सन्ध्या: प्रात: 04:45 से 05:49 तकस
अभिजित मुहूर्त: सुबह 11:59 से दोपहर 12:52 तक।
विजय मुहूर्त: दोपहर 02:38 से 03:31 तक।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 07:02 से 07:24 तक।
सायाह्न सन्ध्या: शाम 07:02 से रात्रि 08:07 तक।
रवि योग: सुबह 10:44 से अगले दिन 05:50 तक।
मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) के दिन करें अचूक उपाय
1. श्रावण अधिक मास के मंगल गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) के दिन उपवास रखकर माता गौरी की पूजा करके उनसे ऋण मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
2. मंगलवार के दिन गुड़ और चने का प्रसाद बांटें।
3 मंगल के दिन वटवृक्ष के 11 पत्तों पर 11 आटे के दीपक रखकर उसमें चमेली का तेल डालकर हनुमान मंदिर में जलाएं। कर्ज से मुक्ति के रास्ते मिलेंगे।
4. मंगला गौरी व्रत (Mangala Gauri Vrat) के दिन विधिवत रूप से मंगला गौरी माता, मंगल देव और हनुमान जी की पूजन करके मंत्र ॐ हनुमते नम:, श्री मंगला गौरी मंत्र- ॐ गौरीशंकराय नमः का 108 बार जप करें।
5. मंगल के दिन किसी को ऋण न दें, बल्कि ऋण चुकता करें। इस दिन कर्ज चुकाने से फिर कभी ऋण लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती। साथ ही ऋण मोचन अंगारक स्तोत्र का पाठ करने से भी कर्ज से छुटकारा मिलता है।