भारत को पोलियो मुक्त बनाने के लिए एक बार फिर 27 जून से शुरू होने वाले पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। पल्स पोलियो सप्लीमेंटरी इम्यूनाईजेशन एक्टिविटी (एसआईए) माइक्रो प्लान के अनुसार इस राउंड में पांच लाख दो हजार 824 बच्चों को पोलियो दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
पल्स पोलियो अभियान के सफल क्रियान्वयन लिए बेगूसराय जिला में 1293 चलंत टीम (गृह भ्रमण दल) छह लाख 9687 घरों में जाकर पोलियो की दवा पिलाएंगे। 27 जून से एक जुलाई तक अभियान चलाने के बाद छूटे बच्चे को दो जुलाई को बी टीम ड्रॉप देंगे। अभियान के सफल संचालन के लिए 533 सुपरवाइजर, 182 ट्रांजिट टीम, 56 मोबाइल टीम एवं 34 वन मैन टीम को लगाया गया है।
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विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एसएमओ डॉ. गीतिका शंकर ने बताया कि शून्य से पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को दवा हर हाल में पिलाई जाएगी। इसके लिए कई स्तरों पर निगरानी टीम भी बनाई गई है। अभियान के तहत दवाई की किल्लत नहीं हो इसके लिए सब डीपो बनाया गया है।
सभी क्षेत्र का गहन अनुश्रवण किया जायेगा, हमारा उद्देश्य है एक भी बच्चा पोलियो खुराक से वंचित नहीं रहे। क्योंकि एक भी बच्चा छूट गया तो पोलियो चक्र टूट गया।
उन्होंने बताया कि बछवाड़ा में 34678, बखरी में 27480, बलिया में 33771, बरौनी में 40940, बेगूसराय ग्रामीण में 51914, बेगूसराय शहरी में 40911, भगवानपुर में 26913, वीरपुर में 15637, छौड़ाही में 19727, चेरिया बरियारपुर में 25528, डंडारी में 14519, गढ़पुरा में 18966, खोदावंदपुर में 13751, मंसूरचक में 15167, मटिहानी में 24001, नावकोठी में 19294, साहेबपुर कमाल में 33682, शाम्हो में 5742 तथा तेघड़ा में 40193 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है।