पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य के अमृतसर, बटाला और तरनतारन में नकली शराब के सेवन से 21 लोगों की हुई मौत पर कड़ा एक्शन लिया है। सीएम ने इस मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं।
इस मामले की जांच डिवीजन कमिश्नर जालंधर, संयुक्त आबकारी एवं कराधान आयुक्त पंजाब और संबंधित जिलों के एसपी को सौंपी गई है। कैप्टन ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह राज्य में चल रही किसी भी प्रकार की शराब बनाने वाली इकाइयों पर नकेल कसने के लिए तलाशी अभियान शुरू करे।
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मामले की जानकारी देते हुए, डीजीपी पंजाब दिनकर गुप्ता ने बताया कि पहली 5 मौतें 29 जून की रात को अमृतसर ग्रामीण के पीएस तरसीका में मुच्छल और तांग्रा में हुई थीं। 30 जुलाई की शाम को संदिग्ध परिस्थितियों में 2 और लोगों की मौत हो गई, जबकि 1 व्यक्ति को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया। बाद में उसे श्री गुरु रामदास अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे डॉ. सरबजीत कौर अस्पताल, टांगरा रेफर कर दिया गया।
बाद में मुच्छल में शराब पीने से 2 और लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 और लोगों की मौत बटाला शहर में हुई। आज बटाला में 5 और व्यक्तियों की मौत हो गई, जिससे शहर में 7 की मौत हो गई। वहीं 1 व्यक्ति को गंभीर हालत में सिविल अस्पताल बटाला रेफर किया गया है। तरनतारन से भी 4 इसी तरह की संदिग्ध मौतें हुई हैं।