सनातन धर्म में एकादशी पर्व का विशेष महत्व बताया गया है। हिंदू पंचांग के मुताबिक, अभी सावन महीना चल रहा है और इस माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) के नाम से जाना जाता है। Putrada Ekadashi का व्रत साल में 2 बार रखा जाता है। पहली Putrada Ekadashi सावन माह में आती है, वहीं दूसरी Putrada Ekadashi पौष माह में आती है।
पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) का महत्व
पौराणिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु की पूजा पूरे विधि विधान के साथ करने से जातक को संतान सुख की प्राप्ति होती है। इसके अलावा संतानों के सारे कष्ट भी दूर होते हैं।
Putrada Ekadashi का पूजा का मुहूर्त
26 अगस्त 2023 को Putrada Ekadashi रात 12:08 बजे से शुरू होगी और 27 अगस्त को 09:32 मिनट पर खत्म हो जाएगी। उदया तिथि के चलते Putrada Ekadashi 27 अगस्त, रविवार को मनाई जाएगी। सावन माह की पुत्रदा एकादशी का शुभ महुर्त 27 अगस्त को सुबह 5:56 मिनट से शुरू होगा। यह शुभ मुहूर्त 1 घंटे और 20 मिनट तक रहेगा।
परिवार में बनेंगे शुभ संयोग
पौराणिक मान्यता है कि पुत्रदा एकादशी का व्रत पूरे विधि-विधान के साथ करने से पूजा करने से लाभ मिलता है और परिवार में शुभ संयोग बनते हैं। इस व्रत को करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और संतान को लंबी आयु प्राप्त होती है।