गोरखपुर। खोराबार के रामनगर कड़जहां में शनिवार की दोपहर लेनदेन के विवाद में बदमाशों ने पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) के बाबू देवेंद्र निषाद को गोली मार दी।
घायल होने के बाद भी बदमाशों से बचने के लिए देवेंद्र ने हिम्मत दिखाते हुए बाइक की स्पीड बढ़ा दी। 10 किलोमीटर आगे बाघागाड़ा में गीडा थाने के सिपाहियों को देख घटना की जानकारी दी। स्थानीय लोगों की मदद से सिपाही जिला अस्पताल ले गए जहां से मेडिकल कालेज रेफर कर दिया गया।
जानकारी के मुताबिक, रामगढ़ताल क्षेत्र में गायघाट बुजुर्ग के रहने वाले देवेंद्र निषाद पीडब्ल्यूडी में कनिष्ठ लिपिक के पद पर तैनात हैं। शनिवार की सुबह चौरीचौरा के गौनर गांव में स्थित अपने खेत को देखने गए थे। दोपहर एक बजे के करीब देवेंद्र बाइक से घर लौट रहे थे। रामनगर कड़जहां में फोरलेन पर चढ़ते ही बाइक सवार बदमाशों ने पीछा करते हुए फायरिंग शुरू कर दी। पीठ में दाहिने तरफ गोली लगने के बाद देवेंद्र ने बाइक की स्पीड़ बढ़ा दी। बदमाशों ने पीछा करते हुए फायरिंग शुरू कर दी लेकिन देवेंद्र रुके नहीं। बचते हुए वह बाघागाड़ा चौराहा पहुंचे।
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सिपाहियों को देखकर रुके और घटना की जानकारी दी। कंट्राेल रूम में सूचना देने के बाद सिपाही उन्हें जिला अस्पताल ले आए। जानकारी होते ही स्वजन भी पहुंच गए। देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि चौरीचौरा के रहने वाले राजू निषाद ने जमीन बेचने के लिए उनेसे रुपये लिए थे, लेकिन रजिस्ट्री नहीं किया। रुपये वापस करने के लिए दबाव देने पर जान से मारने की धमकी दे रहा था। इसी रंजिश में उसने हमला कराया है। अस्पताल पहुंचे एसपी नार्थ अरविंद पांडेय ने बताया कि बदमाशों की तलाश चल रही है। घायल की हालत खतरे से बाहर है। डाक्टरों ने बताया कि पीठ में पीछे लगी गोली पार हो गई है।
उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही हैं पिता
चार भाई-बहनों में देवेंद्र सबसे बड़े हैं। उनके पिता शुभकरन निषाद उत्तर प्रदेश पुलिस में सिपाही हैं। इस समय उनकी पोस्टिंग बस्ती जिले में है। जिला अस्पताल पहुंचे छोटे भाई नरेंद्र ने बताया कि बाघागाड़ा में मौजूद गांव के एक युवक ने फोन कर घटना की जानकारी दी। जिसके बाद परिवार के लोग अस्पताल पहुंचे।