राधारानी का जन्मोत्सव ब्रज मंडल में धूमधाम से मनाया जा रहा है। राधारानी के धाम बरसाना और जन्मस्थली रावल में सनातन परम्परानुसार उनका वैदिक मंत्रों के बीच अभिषेक किया गया । राधारानी के जन्म की खुशी में सम्पूर्ण ब्रजमंडल आनन्दित है और उनको भक्त भजन गाकर बधाई दे रहे हैं ।
राधारानी के जन्म की खुशी में ब्रज भूमि आनन्द में डूबी हुई है। बरसाना में ब्रह्मांचल पर्वत पर स्थित राधारानी मन्दिर को दुल्हन की तरह सजाया गया । रंगबिरंगी लाइटों से जगमग होते मन्दिर की क्षटा देखने लायक है । कई किलोमीटर दूर से ही मन्दिर की भव्यता श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी ।
राधारानी के धाम बरसाना में स्थित श्रीजी मन्दिर में जैसे ही सुबह के 4 बजे गर्भगृह में सेवायतों द्वारा अभिषेक शुरू कर दिया गया । दूध, दही , घी, शर्करा , शहद और पवित्र नदियों के जल से मंत्रों की गूँज के मध्य अभिषेक किया गया । राधारानी की जन्मस्थली रावल में भी उनके जनमोत्स्व की धूम रही । यहाँ भी विधिवत रूप से अभिषेक किया गया। वृन्दावन स्थित राधाबल्लभ मन्दिर में भी अभिषेक हुआ ।
अभिषेक के बाद जैसे ही दर्शन खुले भक्त अपनी लाडली आराध्या के दर्शन कर आनंदित हो उठे । मन्दिर परिसर में समाज गायन ( भजन , पद) के जरिये बरसाना के गोस्वामी समाज ने बधाई गाई।
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बधाई गायन के दौरान भक्त जमकर नाचे और बोले राधा प्यारी जन्म लियो है। इसके पश्चात मन्दिर कुछ देर के लिए बन्द कर दिया गया । और फिर जब पट खुले तो राधारानी की उनके महल में आरती की गई ।
राधाष्टमी के अवसर पर बरसाना , वृन्दावन सहित रावल में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे । चप्पे चप्पे पर पुलिस बल तैनात था । ड्रोन कैमरों से भी पूरे आयोजन पर नजर रखी गयी । श्रद्धालुओं को मन्दिर में प्रवेश एक तरफ से कराया गया तो दूसरी तरफ से निकाला जा रहा था । मन्दिर परिसर में भीड़ जमा न हो इसके लिए लगातार माइक के जरिये मन्दिर प्रबंधन एलाउंस कर रहा था।