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नहीं रहे नैचुरल्स आइसक्रीम के फाउंडर रघुनंदन श्रीनिवास, 70 साल की उम्र में ली अंतिम सांस

Raghunandan Srinivas

Raghunandan Srinivas

बिजनेस सेक्टर से एक बुरी खबर सामने आई है। नैचुरल्स आइसक्रीम के फाउंडर रघुनंदन श्रीनिवास कामथ का निधन हो गया है, उन्होंने 70 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। साधारण परिवार में जन्मे इस बिजनेस मैन ने अपनी काबिलियत और मेहनत की दम पर 400 करोड़ रुपये का विशाल कारोबारी साम्राज्य खड़ा किया था और देश में इन्हें भारत के आइसक्रीम मैन (Icecream Man Of India) के नाम से पहचाना जाता था। आइए जानते हैं इनकी सफलता की कहानी…

कंपनी ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी

Natural’s Icecream का नाम आइसक्रीम पसंद करने वाले लगभग सभी ने सुना होगा, लेकिन इसे पहचान दिलाने की कहानी बेहद ही दिलचस्प है। हालांकि, हाल ही में इसके फाउंडर रघुनंदन श्रीनिवास कामथ (Raghunandan Srinivas) का निधन हो गया है और इसकी जानकारी कंपनी ने सोशल मीडिया के जरिए शेयर की है। आम बेचने वाले के बेटे की सफलता की कहानी आज सभी के लिए प्रेरणादायक है।

छोटी उम्र में किया मुंबई का रुख

रघुनंदन कामथ (Raghunandan Srinivas) का जन्म कर्नाटक के मंगलुरु के एक गांव में फल बिक्रेता के घर में हुआ था। उनके पांच भाई-बहन थे। बचपन में पढ़ाई-लिखाई के साथ ही उन्होंने अपने पारिवारिक फलों के बिजनेस में पिता का हाथ बंटाया और फलों के इसी बिजनेस का अनुभव उनके लिए काफी मददगार साबित हुआ। फलों की गहरी समझ रखने वाले रघुनंदन श्रीनिवास कामथ जब 14 साल के हुए तो उन्होंने मुंबई का रुख कर लिया। यहां शुरुआती दौर में उन्होंने अपने भाई के रेस्टोरेंट में काम किया।

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भाई के रेस्टोरेंट में काम करते-करते Raghunandan Srinivas Kamath के मन में अपना बिजनेस शुरू करने का आइडिया आया और बस यहीं Natural’s Icecream की नींव पड़ी। रघुनंदन श्रीनिवास ने 14 फरवरी 1984 को महज 4 कर्मचारियों के साथ और फलों की बारिकियों की जानकारी के साथ इसकी छोटी सी शुरुआत की। उनका आइडिया काम आया और जुहू मुंबई में उनका छोटा सा स्टोर चल निकला, फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। प्रोडक्ट की गुणवत्ता में लगातार इजाफा करते हुए उन्होंने कई प्लेवर में नेचुरल्स आइसक्रीम को पेश किया और देखते ही देखते सिंगल स्टोर से शुरू हुआ बिजनेस देशभर में फैल गया।

400 करोड़ रुपये की हो गई कंपनी

वित्त वर्ष 2020 तक कंपनी का रेवेन्यू 400 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गया था। अपने प्रोडक्ट्स में आर्टिफिशियल टेस्ट की जगह नेचुरल स्वाद पेश करने वाले रघुनंदन श्रीनिवास कामथ के आइसक्रीम ब्रांड की सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि फल विक्रेता के बेटे को देश में ‘आइसक्रीम मैन ऑफ इंडिया’ के नाम से पहचाना जाने लगा। बहरहाल अब, रघुनंदन दुनिया को अलविदा कह चुके हैं, लेकिन उन्होंने नेचुरल्स आइसक्रीम के जरिए जो स्वाद लोगों को दिया, वो हमेशा उनकी याद दिलाता रहेगा।

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