राहु (Rahu) के नाम से डर फैलता है, लेकिन ऐसा नहीं कि देव हमेशा अशुभ ही फल प्रदान करते हैं। राहु (Rahu) कुंडली (Kundali) के जिस भाव में स्थित होता है वैसा ही फल देता है। शुभ भाव में राहु की स्थिति सकारात्मक फल देती है। वहीं अशुभ भाव में होने पर जातक के जीवन में नकारात्मकता पैदा होती है।
बेहद ही धीमी गति से चलने वाले राहु देव 18 महीने बाद 12 जुलाई, 2022 को अपनी राशि बदलने जा रहा हैं। राहु की चाल के परिवर्तन का असर सभी 12 राशियों के जातकों पर पड़ेगा। हालांकि 4 राशियों के लिए ये समयावधि बेहद शुभ मानी जा रही है।
इन राशियों को लाभ के संकेत
मिथुन (Gemini): मिथुन राशि के जातकों को इस समय मेहनत का पूर्ण फल मिलेगा। जो जातक प्रशासनिक सेवाओं में हैं उनके मान सम्मान की वृद्धि होगी। व्यापार से जुड़े लोगों के लिए भी ये गोचर शानदार साबित होगा। यदि व्यापार में निवेश करने की सोच रहे हैं तो ये समय अनुकूल रहेगा। शेयर बाजार में भी पैसा लगाने पर लाभ के संकेत मिल रहे हैं।
कर्क (Cancer): कर्क राशि के जातकों की इस समय आपकी आर्थिक स्थिति में जबरदस्त सुधार आने की संभावना रहेगी। हर काम में आपका प्रदर्शन शानदार रहेगा। आप अच्छी कमाई करने में सफल रहेंगे। कार्यस्थल में आपकी जमकर प्रशंसा होगी। कर्क राशि पर चंद्र देव का ही आधिपत्य है। इसलिए आपको विशेष लाभ हो सकता है। व्यापार जो काफी समय से धीमा चल रहा था, उसमें तेजी आएगी। व्यापार में कोई बड़ी डील फाइनल हो सकती है। शेयर बाजार में आप निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय अनुकूल है।
वृश्चिक (Scorpio): वृश्चिक राशि वालों के लिए राहु देव का गोचर शुभ रहेगा। आप धन कमाने और धन का संचय करने में सफल रहेंगे। कोई नया व्यवसाय शुरू कर सकते हैं। शेयर बाजार आकस्मिक लाभ के संकेत हैं। वृश्चिक राशि पर मंगल ग्रह का आधिपत्य है। इसलिए इस दौरान जो लोग सेना, इंजीनियर, पुलिस, डॉक्टरी लाइन से जुड़े हुए हैं, उन्हें जॉब में पदोन्नति मिल सकती है।
कुंभ (Aquarius): कुंभ राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर लाभ के संकेत दे रहा है। इस राशि वालों की आर्थिक स्थिति अच्छी रहेगी। आमदनी में बढ़ेगी साथ ही जो लोग शनि से संबंधित वस्तुओं जैसे- ऑयल, लोहे का काम, कर रहे हैं उन्हें निवेश के लिए समय अच्छा है। आप धन का संचय कर पाने में सफल रहेंगे। नया व्यापार शुरू करने के लिए समय अच्छा है। कुंभ राशि पर शनि देव का आधिपत्य है और ज्योतिष के अनुसार राहु देव की शनि देव से मित्रता है। इसलिए इन राशि वालों को शेयर बाजार में भी आकस्मिक लाभ हो सकता है।
जानें आपकी राशि पर क्या रहेगा प्रभाव
मेष (Aries): मेष राशि के जातकों के लिए अप्रैल माह में राहु उनकी लग्न राशि के दूसरे भाव से गोचर करेगा। इस राशि के जातकों को पारिवारिक जीवन और पेशेवर जीवन में थोड़ी उथल-पुथल रहने की आशंका है, आप इस समय में अपनी नौकरी और धन गंवाने को लेकर असुरक्षा महसूस कर सकते हैं।
वृषभ (Taurus): वृषभ राशि के जातक ख़ुद को खोया हुआ और भ्रमित महसूस कर सकते हैं। आप भरोसा करने के मामले में भी परेशानियों का सामना कर सकते हैं। इस अवधि में आपका झुकाव कुछ नया और अनोखा करने की ओर रह सकता है।
सिंह (Leo): सिंह राशि के जातकों का पेशेवर जीवन ख़राब न होने के बावजूद भी आपको अपनी नौकरी को लेकर असुरक्षा महसूस हो सकती है। आप अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के संबंधों में थोड़ी जटिलता भी महसूस कर सकते हैं। इस अवधि में आपका भाग्य अनिश्चित और अस्थिर रहने की आशंका है।
कन्या (Virgo): कन्या राशि के जातकों के लिए राहु के गोचर से भटकाव और भ्रम का सामना करना पड़ सकता है। इस समय में आप निराशावादी भी हो सकते हैं। आप अपने मन और स्वभाव में औचक परिवर्तन का सामना कर सकते हैं। आपको स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और किसी प्रकार की चोट लगने की भी आशंका है।
तुला (Libra): तुला राशि के जातकों के लिए राहु का गोचर व्यापार में भागीदारों के बीच कुछ मतभेद और संघर्ष पैदा कर सकता है। आपका अपने भागीदार से छोटे-मोटे झगड़े हो सकते हैं, जो कि आपके व्यापार में नकारात्मक असर डाल सकता है। जो जातक शादीशुदा हैं, वे अपने रिश्ते के बीच किसी तीसरे व्यक्ति का हस्तक्षेप देख सकते हैं, जो कि आप दोनों के बीच टकराव पैदा कर सकता है।
धनु (Sagittarius): इस अवधि के दौरान आपके जीवन में कुछ अदालती मामले या कानूनी मुद्दे आ सकते हैं। यह समय छात्रों के लिए अनुकूल साबित नहीं हो सकता है क्योंकि मानसिक दबाव के कारण आप अपनी पढ़ाई में बहुत अधिक भटकाव का सामना कर सकते हैं।
मकर (Capricorn): इस दौरान आपको पाचन संबंधी कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि अपने खान-पान पर विशेष ध्यान दें। इस अवधि में अपनी मां के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इस दौरान उन्हें हृदय, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है।
मीन (Pisces): छात्रों के लिए यह समय अनुकूल साबित नहीं हो सकता है। छात्रों की लेखन गति धीमी हो सकती है और वे छोटी-छोटी ग़लतियां कर सकते हैं। इस दौरान आपको कुछ आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पेशेवर जीवन में आपको अपनी क्षमता साबित करने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है।