नई दिल्ली। लोकसभा सदस्यता समाप्त किए जाने के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने शनिवार को 12, तुगलक लेन के सरकारी आवास को पूरी तरह खाली कर आवास की चाभी अधिकारियों को सौंप दी है।
इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने सच बोलने की कीमत चुकाई है और आगे भी सच के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार हैं। राहुल ने कहा कि यह घर उन्हें देश की जनता ने दिया था। वह जनता को धन्यवाद देते हैं। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि वह अब अपनी मां सोनिया गांधी के आवास पर रहेंगे। राहुल आज जब अपना घर खाली करने पहुंचे थे तो उनकी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका गांधी के साथ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहे।
उल्लेखनीय है कि राहुल गांधी को सूरत की एक अदालत ने 2019 के एक मानहानि मामले में दोषी ठहराया था। जिसके एक दिन बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। संसद सदस्य न होने के कारण ही राहुल गांधी से सरकारी बंगला खाली करने को कहा गया था।
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लोकसभा आवास समिति ने राहुल गांधी को सरकारी बंगला खाली करने के लिए बीते दिनों नोटिस दिया था। इसी नोटिस का जवाब देते हुए राहुल ने कहा था कि वह 12, तुगलक लेन के सरकारी बंगले को बिना किसी पूर्वाग्रह के आदेश का पालन करते हुए उसे खाली कर देंगे।
बंगला खाली करने के लिए राहुल को एक माह का समय दिया गया था। जिसके बाद आज उन्होंने आवास खाली कर दिया। राहुल गांधी को 2004 में लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद 12, तुगलक लेन बंगला आवंटित किया गया था। तब से वह इसी आवास में रह रहे थे।