इंदौर शहर में जहरीली शराब के मुख्य आरोपित बंटी उर्फ राहुल तायड़े ने शुक्रवार रात को आत्महत्या कर ली। उसे सपना और पैराडाइज बार में जहरीली शराब से हुई मौतों के बाद द्वारकापुरी पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसने देर रात जहर खा लिया। पुलिस उसे लेकर एमवायएच पहुंची, जहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया।
इंदौर के सपना और पैराडाइज बार में शराब पीने के बाद छह लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद पुलिस और आबकारी विभाग सक्रिय हुआ। पैराडाइज बार एंड रिसॉर्ट के संचालक जोगी उर्फ योगेश यादव व सपना बार के संचालक विकास बनेड़िया शुक्रवार को पुलिस की पूछताछ में टूट गए थे।
आरोपितों ने बताया था कि नजदीकी दुकान के अलावा तस्करों से भी शराब खरीदते थे। दुकान पर 1070 रुपये में मिलने वाली शराब की बोतल तस्कर 800 रुपये तक में देते थे। एसपी के मुताबिक जोगी और विकास ने वाल्मिकी नगर के पंकज का नाम बताया था और पंकज बंटी नामक तस्कर से शराब खरीद कर सप्लाई करता था।
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बंटी के बारे में जानकारी मिली कि वह थापना मांधता खंडवा के कालकाप्रसाद से जुड़ा था। कालका लक्की उर्फ गौरव और रोहित निवासी सनावद जिला खरगोन के तस्करों के साथ मिलकर नकली शराब तैयार करता था।
खरगोन पुलिस ने इन तीनों तस्करों को अंग्रेजी शराब के नकली टैग, ढक्कन, बॉक्स पेपर, स्टीकर, होलोग्राम, हैंड होल्डिंग मशीन, स्प्रीट व अन्य सामग्री के साथ गिरफ्तार किया है।