नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को कहा कि ‘रेल रोको आंदोलन’ 18 फरवरी को दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक होगा। टिकैत ने बताया कि केंद्र सरकार कई प्रतिबंधों को हटाने के बावजूद भी कई महीनों से ट्रेनों के संचालन की अनुमति नहीं दे रही है। इसके कारण लोगों को कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है।
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टिकैत ने कहा कि उनके गांवों के लोग गुरुवार को ‘रेल रोको आंदोलन’ में हिस्सा लेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा ‘रेल रोको आंदोलन’ की घोषणा की गई।
कल रेल रोको अभियान 12 बसे से 3-4 बजे तक रहेगा। हम तो रेल चलाने की बात कर रहे हैं। अगर रेल रोकेंगे तो संदेश देंगे कि रेल चले। गांव के लोग अपने हिसाब से रेल रोको अभियान का संचालन कर लेंगे: राकेश टिकैत, किसान नेता pic.twitter.com/zRk28DfZCp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 17, 2021
इससे पहले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने की मांग को लेकर पिछले हफ्ते रेल रोको अभियान की घोषणा की थी। रेलवे सुरक्षा बल के महानिदेशक अरुण कुमार ने बुधवार को कहा कि मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। हम जिला प्रशासनों के साथ संपर्क बनाए रखेंगे और नियंत्रण कक्ष भी बनाएंगे।
उन्होंने कहा कि हम खुफिया जानकारी इकट्ठा करेंगे। पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों और कुछ अन्य क्षेत्रों पर भी हमारा ध्यान केंद्रित रहेगा। हमने इन क्षेत्रों में रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 20 कंपनियों (लगभग 20,000 कर्मियों) को तैनात किया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि हम उन्हें इस बात पर राजी करना चाहते हैं कि यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो और हम चाहते हैं कि यह (रेल रोको) अभियान शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त हो जाए।
एसकेएम ने कहा था कि देशभर में दोपहर 12 बजे से शाम चार बजे तक रेलों की आवाजाही को अवरुद्ध किया जाएगा। गौरतलब है कि केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को निरस्त किये जाने की मांग को लेकर किसान दिल्ली की सीमाओं पर बीते कई दिनों से आंदोलन कर रहे हैं।