नई दिल्ली। लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को स्पष्ट किया है कि रेलवे भारत की संपत्ति है। उसका कभी निजीकरण नहीं होगा। उन्होंने साथ ही कहा कि यात्रियों को अच्छी सुविधाएं मिलें। रेलवे के जरिए अर्थव्यवस्था को मजबूती मिले, ऐसे कार्यों के लिए निजी क्षेत्र का निवेश देशहित में होगा। लोकसभा में वर्ष 2021-22 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा का जवाब देते हुए पीयूष गोयल ने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है कि कई सांसद निजीकरण और कॉर्पोरेटाइजेशन का आरोप लगाते हैं। भारतीय रेल का कभी निजीकरण नहीं होगा।
लोकसभा में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि लगभग 1,000 रेलवे स्टेशनों और 400 रेलवे भवनों पर सौर पैनल लगाए गए हैं। रेलवे भारत 2030 तक ‘शुद्ध शून्य’ (कार्बन उत्सर्जक) बनने वाला दुनिया का पहला देश होगा।
We're accused of privatizing Railways, but people never say that only govt vehicles should run on roads, it's so because both pvt&govt vehicles help economically. Pvt investment in Railways should we welcomed as it'll improve services: Railway Minister Piyush Goyal in Lok Sabha pic.twitter.com/WCiMalPLnV
— ANI (@ANI) March 16, 2021
उन्होंने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि रेलवे भारत की संपत्ति है उसका कभी निजीकरण नहीं होगा। बता दें कि सोमवार को चर्चा के दौरान कांग्रेस के जसबीर सिंह गिल, आईयूएमएल के ई टी मोहम्मद बशीर सहित कुछ अन्य सदस्यों ने रेलवे का निजीकरण करने का प्रयास किए जाने संबंधी टिप्पणी की थीं। रेल मंत्री ने कहा कि सड़कें भी सरकार ने बनाई है तो क्या कोई कहता है कि इस पर केवल सरकारी गाड़ियां चलेंगी। उन्होंने कहा कि सड़कों पर सभी तरह के वाहन चलते हैं तभी प्रगति होती है और तभी सभी को सुविधाएं मिलेंगी।
रेल मंत्री ने कहा कि लोगों ने लॉकडाउन की आलोचना की, लेकिन ऐसा नहीं है। इस दौरान ट्रेन सेवाओं की निरंतरता पूरे देश में जारी रही थी। लगभग 2 करोड़ मुफ्त भोजन और पानी की बोतलों के वितरण के साथ प्रवासी मजदूरों के लिए रेलवे ने लगभग 4,600 श्रमिक स्पेशल की व्यवस्था की गई।
क्या यात्रियों को अच्छी सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए?
गोयल ने कहा कि तो क्या रेलवे में ऐसा नहीं होना चाहिए? क्या यात्रियों को अच्छी सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मालवाहक ट्रेनें चलें और इसके लिए अगर निजी क्षेत्र निवेश करता है तो क्या इस पर विचार नहीं होना चाहिए। मंत्री ने कहा कि पिछले सात वर्षों में रेलवे में लिफ्ट, एस्केलेटर एवं सुविधाओं के विस्तार की दिशा में अभूतपूर्व काम किए गए। उन्होंने कहा कि यदि हमें अत्याधुनिक विश्वस्तरीय रेलवे बनाना है तो बहुत धन की आवश्यकता होगी।
पीयूष गोयल ने कहा कि अमृतसर के लिए 230 करोड़ रुपये के निवेश के साथ योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ऐसे 50 स्टेशनों का मॉडल डिजाइन तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सौंदर्यीकरण और आधुनिकीकरण के लिए व्यापक निवेश किया जा रहा है। रेल मंत्री ने कहा कि अगर निजी निवेश भी आए तो देश हित में, यात्रियों के हित में है। निजी क्षेत्र जो सेवाएं देगा, वे भारतीय नागरिकों को मिलेंगी। रोजगार मिलेंगे। देश की अर्थव्यवस्था बढ़ेगी।
छह महीने में इतिहास में सर्वाधिक माल ढुलाई की
उन्होंने कहा कि सरकार और निजी क्षेत्र जब मिलकर काम करेंगे, तभी देश का उज्ज्वल भविष्य बनाने में सफल होंगे। गोयल ने कहा कि पिछले साल सितंबर से इस साल फरवरी तक छह महीने में देश में रेलवे ने हर महीने जितनी माल ढुलाई की है, वह भारतीय रेल के इतिहास में सर्वाधिक है।