कानपुर। चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एसएन सुनील पाण्डेय ने बताया कि एक मजबूत पश्चिमी विक्षोभों में से एक पश्चिमी हिमालय की ओर आ रहा है। इसके साथ बारिश अभी दो दिनों तक उत्तर प्रदेश में होती रहेगी और न्यूनतम तापमान एक बार फिर गिरेगा। इससे एक बार फिर लोगों को भारी सर्दी से सामना करना पड़ेगा।
दरअसल, फरवरी के महीने में यह पहला सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है। गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और जम्मू कश्मीर के कई हिस्सों में आज दोपहर या शाम तक बर्फबारी शुरू हो जाएगी। हिमाचल प्रदेश के ऊपरी इलाकों में भी हल्की बर्फबारी हो सकती है। आज रात तक हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि उत्तराखंड सहित पश्चिमी हिमालय के अधिकांश हिस्सों में तीन फरवरी तक बर्फबारी की तीव्रता काफी बढ़ जाएगी। भारी से बहुत भारी हिमपात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। पश्चिमी हिमालय में चार फरवरी तक बारिश और हिमपात जारी रहेगा और उसके बाद काफी कमी आएगी। एक प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पाकिस्तान के मध्य भागों और इससे सटे पंजाब और उत्तर पश्चिमी राजस्थान पर बना है। अरब सागर से आ रही नम हवाएं भी क्षेत्र को नमी प्रदान कर रही हैं।
बताया कि तीन फरवरी तक पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और कानपुर सहित उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि की गतिविधियों की भी संभावना है। चार फरवरी तक पंजाब के पश्चिमी जिलों हरियाणा और उत्तर पश्चिमी राजस्थान से बारिश की गतिविधियां कम होनी शुरू हो जाएगी। लेकिन पंजाब के पूर्वी हिस्सों, दिल्ली के हरियाणा भागों और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में छिटपुट बारिश जारी रह सकती है।
मौसम का बदला मिजाज, तीन दिन बारिश का अलर्ट
उत्तर या उत्तर-पश्चिम दिशा से बर्फीली ठंडी हवाएं या उत्तर पश्चिम भारत पर बहने लगेंगी जिससे एक बार फिर न्यूनतम गिरावट आएगी। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, पश्चिम मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में 4 से 7 फरवरी के बीच न्यूनतम तापमान में 3 से 4 डिग्री की गिरावट आ सकती है। दिन में धूप खिलेगी और दिन आरामदायक होंगे लेकिन रात ठंडी होगी।