मॉनसून के बाद बेहिसाब बारिश ने कई राज्यों के जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। मौसम विभाग ने उत्तराखंड के लिए आज (मंगलवार) रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य के लिए अगले 24 घंटे बेहद महत्वपूर्ण हैं.
उत्तराखंड में बारिश से आई तबाही में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। चमोली क्षेत्र में भारी बारिश के चलते नंदाकिनी नदी में बाढ़ आ गई है। नदी के जल स्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है। गंगा के उफान से ऋषिकेश में तमाम घाट हुए जलमग्न हैं।
वहीं, केदारनाथ से लौटते समय भारी बारिश के कारण सोमवार को जंग चट्टी में फंसे करीब 22 लोगों को SDRF और पुलिस ने रेस्क्यू कर लिया है। इन सभी लोगों को गौरीकुंड शिफ्ट किया गया है। इनमें से 55 साल के एक श्रद्धालु जिनको चलने में दिक्कत थी, स्ट्रेचर के जरिए शिफ्ट किया गया।
बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग में भारी बारिश के बाद उफनते लामबगड नाले में फंसी एक कार में सवार लोगों को बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने बचाया। खराब मौसम को देखते हुए चारधाम यात्रा रोक दी गई है। पहाड़ दरकने की वजह से बद्रीनाथ मार्ग छह जगहों पर बाधित है।
नैनीताल में 24 घंटे में 150 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई है। तेज बारिश की वजह से सभी 62 नाले उफान पर है। नैनीताल के पास वीरभटी मोटर पुल के नज़दीक कई कार और ट्रक मलबे में दफन हो गए। राज्य में कुदरत के कहर को देखते हुए धामी सरकार अलर्ट है। देहरादून में सीएम पुष्कर सिंह धामी खुद ही मोर्चा संभालते हुए बीती रात स्टेट डिजास्टर कंट्रोल रुम पहुंच गए। अधिकारियों के साथ बात की। राहत एवं बचाव एसडीआरएफ की 29 टीमों को प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भेजा गया है।