मुंबई: सेना प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य में मंदिर खोलने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखा है। महाराष्ट्र सरकार के मंदिरों को न खोलने के फैसले पर राज ठाकरे ने कहा कि क्या सरकार हिंदू भावनाओं के प्रति बहरी हो चुकी है? उन्होंने सरकार से पूछा कि मंदिरों को खोलने का इतना विरोध क्यों हो रहा है? भगवान से प्यार करने वाले भक्तों को अभी भी उनके भगवान से क्यों दूर रखा जा रहा है।
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राज ठाकरे ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार मंदिरो को खोलने में विफल रहती है तो लोग सारे नियम भूलकर अपने भगवान के दर्शन के लिए मंदिर की ओर मार्च करेंगे।
राज ठाकरे ने शॉपिंग-मॉल्स खोल देने का हवाला देते हुए कहा कि अनलॉक 1,2, 3 के दौरान कई नियमों में ढील दी गई है, मॉल दोबारा खोले गए हैं और 100 लोगों के इकट्ठा होने की भी इजाजत है। ठाकरे ने मंदिरों को खोलने के लिए प्रोटोकॉल सेट करने की सलाह देते हुए कहा, कि मंदिरों में प्रवेश के लिए भी ऐसा किया जा सकता है। आखिर क्यों अब तक मंदिरों को बंद रखा गया है।
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राज ठाकरे ने कहा कि इससे पहले भी आषाढ़ी वती, गोविंदा और गणेश उत्सव जैसे हिंदू त्योहारों में लोगों को नियमों का पूरी तरह से पालन करते हुए देखा गया है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि मेरे हिंदू भाई-बहन सरकार द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल्स का पालन करेंगे।
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राज ठाकरे ने सरकार का ध्यान मंदिर के पुजारियों और पूजा पाठ का सामान बेचकर अपनी जीवीका चलाने वाले दुकानदारों की तरफ भी खींचा। मनसे प्रमुख ने महाराष्ट्र सरकार से कहा कि वो धार्मिक क्षेत्र से जुड़े लोगों और पुजारियों की ओर ध्यान दे जोकि इस वजह से रोजी-रोटी का नुकसान उठा रहे हैं।