नई दिल्ली| इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन के 37वें मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का आमना-सामना राजस्थान रॉयल्स से होगा। प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के दोनों ही टीमों के लिए इस मैच में जीत बेहद जरूरी होगी। चेन्नई ने अबतक खेले 9 मैचों में से 6 में जीत दर्ज की है, जबकि 3 मैचों में टीम को हार का सामना करना पड़ा है।
राजस्थान की हालत भी सीएसके के जैसी ही है और टीम 9 मैचों में इस सीजन 6 मुकाबलों गंवा चुकी है। ऐसे में इस मैच में दोनों ही टीमें जीत के लिए अपना सबकुछ झोंक देना चाहेंगी।
आईपीएल के इतिहास में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए यह सीजन अबतक सबसे बुरा रहा है। टीम के बल्लेबाज जहां रन बनाने में नाकाम रहे हैं, वहीं टीम की सबसे बड़ी ताकत स्पिन गेंदबाज अभी तक अपने रोल को बखूबी अदा नहीं कर सके है। राजस्थान के खिलाफ होने वाले मैच से पहले टीम की मुसीबत में एक और इजाफा हो गया है, दिल्ली के खिलाफ खेले गए मैच में चोटिल हुए ड्वेन ब्रावो अगले कुछ दिनों या हफ्तों के लिए उपलब्ध नहीं होने वाले हैं। ऐसे में ब्रावो की जगह टीम जोश हेजलवुड को आजमा सकती है।
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राजस्थान रॉयल्स की टीम के लिए इस सीजन सबसे बड़ी समस्या टीम का टॉप ऑर्डर रहा है। शुरुआती दो मैचों में बल्ले से जबर्दस्त प्रदर्शन करने वाले संजू सैमसन और कप्तान स्टीव स्मिथ का बल्ला बाकी मैचों में एकदम खामोश नजर आया है। पिछले मैच में रॉबिन उथप्पा से ओपनिंग करवाने के फैसला एकदम सही बैठा था, ऐसे में इस मैच में भी टीम उसी प्लान के साथ जाना पसंद करेगी।
गेंदबाजी में टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता जयदेव उनादकट रहे हैं, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ उनादकट के एक ओवर ने मैच की पूरी तस्वीर को बदल कर रख दिया था। चेन्नई के खिलाफ उनादकट की जगह टीम वरुण एरोन को मौका दे सकती है। युवा तेज गेंदबाज कार्तिक त्यागी गेंद से राजस्थान के लिए काफी प्रभावशाली रहे हैं।
दोनों ही टीमें आईपीएल में अबतक कुल 23 बार एक दूसरे से भिड़ चुकी हैं, जिसमें से 14 बार जीत चेन्नई सुपर किंग्स के हाथ लगी है, जबकि 9 बार राजस्थान ने मैच को अपने नाम किया है। आईपीएल 2020 में हुए मैच में राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई को 16 रनों से हराया था। 2019 में यह दोनों टीमें दो बार एक दूसरे के खिलाफ खेली थीं और दोनों ही बार जीत चेन्नई सुपर किंग्स के हाथ लगी थी। साल 2018 में खेले दो मैचों में चेन्नई और राजस्थान ने एक-एक मैच में जीत दर्ज की थी।