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राजस्थान विधानसभा सत्र : ‘पायलट जब तक बैठा है, सरकार को कोई खतरा नहीं’

जयपुर। राजस्थान विधानसभा सत्र के पहले दिन पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि आज मैं सदन में आया तो देखा कि मेरी सीट पीछे रखी गई है। मैं आखिरी कतार में बैठा हूं। उन्होंने कहा कि उनका निर्वाचन क्षेत्र बॉर्डर के पास है, जो कि पाकिस्तान बॉर्डर पर है। बॉर्डर पर सबसे मजबूत सिपाही तैनात रहता है। मैं जब तक यहां बैठा हूं, सरकार सुरक्षित है।

जब मैं विधानसभा में आया तो मैंने सोचा कि विपक्ष के बेंच के ठीक बगल में क्यों बैठा हूं? तब मुझे महसूस हुआ कि यह सीमा है। मुझे सीमा पर भेजा गया है क्योंकि सीमा पर लड़ने के लिए केवल सबसे बहादुर सैनिक को भेजा जाता है।

सचिन पायलट ने कहा सभी विधायक यहां हैं और हम सभी एकजुट हैं। सचिन पायलट ने कहा कि दिल्ली में डॉक्टर ने हमारी समस्या का समाधान कर दिया, अब हम आक्रमण करने के लिए तैयार हैं। विश्वास मत पर बीजेपी के राजेंद्र राठौड़ के भाषण के दौरान सचिन पायलट ने हस्तक्षेप किया और कहा कि उनका निर्वाचन क्षेत्र बॉर्डर के पास है। उन्होंने कहा कि वह सबसे शक्तिशाली हैं, जिसे बॉर्डर पर भेजा जाता है।

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राजस्थान में जारी सियासी दंगल में अब सस्पेंस के हटने का वक्त आ गया है। आज से शुरू हुए राजस्थान के विधानसभा सत्र की शुरुआत में ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में विश्वास मत प्रस्ताव पेश कर दिया। सत्र से पहले विधायकों को व्हिप जारी कर दिया गया है। विपक्षी बीजेपी भी अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी में थी, लेकिन अशोक गहलोत ने पहले ही चाल चल दी। गहलोत ने दावा किया है कि उनकी सरकार आसानी से बहुमत साबित कर देगी।

कानून और संसदीय कार्य मंत्री शांति कुमार धारीवाल ने राज्य विधानसभा में होने वाले एक विश्वास मत के प्रस्ताव को सदन के सामने रखा है। सदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विधानसभा में कहा कि यह सदन मंत्री परिषद और सरकार में विश्वास प्रकट करता है।

भारतीय जनता पार्टी गहलोत सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर नहीं आई है। विधानसभा सत्र की कार्यवाही शुरू होने के बाद स्पीकर की ओर से शोक अभिव्यक्ति की गई। इसके बाद सदन की कार्यवाही को दो मिनट के मौन के बाद एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।

कांग्रेस के कुछ विधायक यहां एक होटल में ठहरे हुए थे, जो भारी बारिश और यातायात की भीड़ के कारण समय पर विधानसभा नहीं पहुंच सके। सदन ने सुबह 11 बजे इकट्ठा होकर पूर्व सांसद राज्यपाल लालजी टंडन और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी और अन्य नेताओं को श्रद्धांजलि दी। लालजी टंडन का हाल ही में निधन हो गया था।

विधानसभा सत्र की कार्यवाही में स्पीकर सीपी जोशी की ओर से पहले सत्र से जुड़ा ब्यौरा पेश किया गया है। वहीं इसके बाद स्पीकर ने देश के लिए शहीद हुए जवानों के लिए दो मिनट का शोक करवाया है।

विधानसभा का सत्र से पहले अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि सत्य की जीत होगी। कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया, लेकिन दिन की सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही। लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले।

इसके बाद कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई जिसमें पायलट व 18 अन्य विधायक भी शामिल हुए। बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाने की घोषणा की।

गहलोत ने विधायक दल की बैठक में विधायकों से पिछले महीने भर में हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी विधायकों की शिकायतें दूर होंगी। बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा कि पार्टी एकजुट है और विधानसभा में एकजुटता से मुकाबला करेगी।

उन्होंने,’सबकुछ ठीक रहा। अब कांग्रेस पार्टी एकजुट है। हम भाजपा की तुच्छ राजनीतिक का एकजुटता से मुकाबला करेंगे’ कांग्रेस खेमे के विधायक अभी होटल में ही रुकेंगे और वहीं से विधानसभा पहुंचेंगे ।

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