रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह चीन सीमा को जोड़ने वाली सड़कों पर नवनिर्मित चार पुलों का लोकार्पण किया। इनमें एक स्पान पुल जबकि तीन बैली ब्रिज शामिल हैं।
इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा ‘कनेक्टिविटी का देश के विकास में बहुत महत्व है। बीआरओ ने देश के कई क्षेत्रों को जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है।’ लद्दाख दौरे पर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के जवानों से भी मुलाकात की। इस दौरान, जवानों के साथ वाहेगुरु जी की फतेह भी बोला।
Defence Minister Rajnath Singh inaugurates 63 infra projects constructed by Border Roads Organisation in Ladakh.
“Connectivity has great importance in the development of a country. BRO has played a significant role in connecting many areas of the country,” he says pic.twitter.com/kjbOKG4sHP
— ANI (@ANI) June 28, 2021
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण ये पुल चीन सीमा तक सेना की पहुंच आसान होगी। साथ ही सीमांत के लोगों को भी आवागमन में सुविधा मिलेगी। बीआरओ के हीरक परियोजना के चीफ इंजीनियर एमएनवी प्रसाद ने बताया कि जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क पर जौनालीगाड़ में 6.5 करोड़ की लागत से 70 मीटर लंबे स्पान पुल का निर्माण किया गया है।
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तवाघाट-घटियाबगड़ मार्ग पर जुंतीगाड़ में 140 फीट ट्रिपल सिंगल रीइंसफोर्स्ड बैली ब्रिज, जौलजीबी-मुनस्यारी सड़क पर किरकुटिया नाला पर 180 फीट डबल-डबल रीइंसफोर्स्ड बैल ब्रिज और मुनस्यारी-बोगडियार-मिलम मोटर मार्ग पर लास्पा नाले पर 140 फीट डबल-डबल रीइंसफोर्स्ड बैली ब्रिज का निर्माण किया गया है। इन पुलों का ऑनलाइन शुभारंभ सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह करेंगे।
लास्पा नाले में बना बेली ब्रिज उच्च हिमालयी क्षेत्र में है। जौलजीबी-मुनस्यारी-मिलम और तवाघाट-घट्टाबगड़ सड़कें सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन पुलों के निर्माण से चीन सीमा तक भारत की पहुंच और अधिक मजबूत होगी। प्रवास पर जाने वाले धारचूला और मुनस्यारी के स्थानीय नागरिकों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी और पर्यटन गतिविधियों भी बढ़ेंगी।