वाराणसी। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) पर्व पर मंगलवार को श्री काशी विश्वनाथ (Baba Vishwanath) के दरबार में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने भी हाजिरी लगाई। दरबार में कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंचे रक्षामंत्री ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन पूजन किया।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेश बिंदल ने भी काशी पुराधिपति के स्वर्णिम दरबार में हाजिरी लगाई। खास बात यह रही कि मुख्य न्यायाधीश नजीर पेश करते हुए सारे प्रोटोकाल को दरकिनार कर पैदल ही दरबार में गये ताकि महापर्व पर आये हुए शिवभक्तों को कोई परेशानी न हो। मुख्य न्यायाधीश की पहल सोशल मीडिया में भी सुर्खियों में बनी रही।
बताते चले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों काशी विश्वनाथ धाम के लोकार्पण के बाद दरबार के भव्य और विस्तारित स्वरूप को देखने के लिए भी शिवभक्तों में लालसा रही। दर्शन पूजन के साथ बाबा का भव्य स्वरूप देख लोग आह्लादित दिखे।
अब भारत बोलता है तो पूरी दुनिया कान खोलकर सुनती है : राजनाथ सिंह
मंगलाआरती से अपरान्ह एक बजे तक लगभग तीन लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन कर लिया था। इसमें आम और खास दोनों लोग शामिल रहे। पहली बार गंगा द्वार से शिवभक्तों को मंदिर परिसर में प्रवेश मिल रहा है। पूरे मंदिर परिसर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं का जायजा लेने के लिए खुद अधिकारी लगातार चक्रमण कर रहे हैं।
बम बम से गूंज रहा है काशी, शिव दरबार का स्वर्णिम रूप देख शिवभक्त निहाल
बाबा विश्वनाथ मंदिर के गर्भगृह की दीवारें स्वर्ण मंडित हो गई हैं। परिसर बड़ा होने से दर्शन-पूजन के बाद शिव भक्त विश्वनाथ धाम में बैठकर शांतिपूर्वक देवाधिदेव का ध्यान कर रहे है। दिव्यांग और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है।