नई दिल्ली। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को दार्जिलिंग में सुकना युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे राजनाथ सिंह ने सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा वैकल्पिक अलाइनमेंट गंगटोक-नाथुला रोड का भी उद्घाटन किया।
नॉर्थ सिक्किम में भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत ‘मंगन-चुगथांग-यूमेसेमडोंग’ और ‘चुगंथांग-लाचेन-जीमा-मुगुथांग-नाकुला’ तक 225 किलोमीटर डबल लेन सड़क का निर्माण कार्य नियोजित है। ये कार्य 9 पैकेजों में नियोजित किए गए हैं, जिनकी अनुमानित लागत 5710 करोड़ रुपए है: रक्षा मंत्री https://t.co/Fmr7ezaySN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 25, 2020
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत चाहता है कि चीन और भारत के बीच सीमा पर शांति होनी चाहिए। दोनों देशों में तनाव खत्म होना चाहिए, लेकिन मैं इस बात को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हूं कि हमारी सेना किसी को भी देश की एक इंच जमीन पर भी कब्जा नहीं करने देगी।
राजनाथ ने कहा कि मैं आप सबको यह भी बताना चाहता हूं कि बीआरओ द्वारा सिक्किम के अधिकांश सीमावर्ती सड़कों का डबल लेन में अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इसमें से ईस्ट सिक्किम में 65 किलोमीटर सड़क निर्माण-कार्य प्रगति पर है, तथा 55 किलोमीटर सड़क निर्माण योजना के तहत है।
उन्होंने कहा कि नॉर्थ सिक्किम में भारतमाला परियोजना के अन्तर्गत ‘मंगन-चुगथांग-यूमेसेमडोंग’ और ‘चुगंथांग-लाचेन-जीमा-मुगुथांग-नाकुला’ तक 225 किलोमीटर डबल लेन सड़क का निर्माण कार्य नियोजित है। ये कार्य 9 पैकेजों में नियोजित किए गए हैं, जिनकी अनुमानित लागत 5710 करोड़ रुपये है।
#WATCH West Bengal: Defence Minister Rajnath Singh inspects a Tavor assault rifle at Sukna War Memorial in Darjeeling. https://t.co/CfgqAgplWY pic.twitter.com/8X2uzOipwc
— ANI (@ANI) October 25, 2020
रक्षा मंत्री के साथ शस्त्र पूजन के दौरान भारतीय सेना के अधिकारी और जवान मौजूद थे। उन्होंने जिस स्थान पर शस्त्र पूजन किया वहां से वास्तविक नियंत्रण रेखा दो किलोमीटर से भी कम पर पड़ती है। भारत की सीमा के पास शस्त्र पूजा ऐसे समय पर की गई है जब पूर्वी लद्दाख में हमारा चीन के साथ गतिरोध जारी है। बता दें कि विजयादशमी के दिन शस्त्र पूजा करने की परंपरा है।
रक्षा मंत्री के साथ सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे भी हैं। वे यहां सुरक्षाबलों की तैयारियों का जायजा लेंगे। शनिवार को, रक्षा मंत्री और सेना प्रमुख को सिक्किम क्षेत्र में वास्तविक सीमा के साथ स्थिति के बारे में विस्तार से बताया गया था।