प्रयागराज। BSP के पूर्व विधायक राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder) के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh Pal) पर बम और गोली से हमला किया गया। इस हमले में उमेश पाल की मौत हो गई। उसकी सुरक्षा में दो गनर भी लगे थे। इनमें से एक की मौत हो गई जबकि दूसरा गनर अस्पताल में भर्ती है। दरअसल गवाह और उसके सुरक्षाकर्मियों पर हमले की यह घटना प्रयागराज के धूमनगंज इलाके में हुई।
उमेश पाल पर हमले के बाद इलाके में दहशत का माहौल है। परिवारवालों का कहना है कि उमेश पाल (Umesh Pal) पर यह हमला बाहुबली अतीक अहमद के कहने पर हुआ है। घटनास्थल पर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंच गए हैं। आसपास के सीसीटीवी भी खंगाले जा रहे हैं ताकि हमलावरों की पहचान हो पाए। परिवारवालों का कहना है कि उमेश पाल पर इस हमले में दो आरोपी है- पहला बाहुबली अतीक अहमद और देशवासी।
यह है पूरा मामला
उल्लेखनीय है कि यूपी में साल 2004 के आम चुनाव में फूलपुर से सपा के टिकट पर अतीक अहमद को सांसद चुना गया था। इसके बाद इलाहाबाद पश्चिम विधानसभा सीट खाली हो गई थी। इस सीट पर हुए उपचुनाव में सपा ने अतीक के छोटे भाई अशरफ को टिकट दिया था। लेकिन बसपा ने उसके सामने राजू पाल को खड़ा किया। उस उपचुनाव में बसपा प्रत्याशी राजू पाल ने अतीक अहमद के भाई अशरफ को हरा दिया था।
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उपचुनाव में जीत दर्ज कर पहली बार विधायक बने राजू पाल की कुछ महीने बाद ही 25 जनवरी, 2005 को दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड (Raju Pal Murder) में देवी पाल और संदीप यादव की भी मौत हुई थी। दो अन्य व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इस हत्याकांड में सीधे तौर पर सांसद अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ का नाम सामने आया था।