नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुरुवार को राज्यसभा में बच्चों और महिलाओं में कुपोषण की गंभीर स्थिति पर चिंता व्यक्त की है। इसके साथ ही इस समस्या के निवारण के लिए कुपोषण उन्मूलन प्राधिकरण के गठन की मांग की।
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श्री सिंधिया ने शून्य काल में कहा कि पिछले सर्वेक्षण में छह वर्ष से कम आयु के करीब दो करोड़ बच्चे कुपोषित पाये गये और 57 प्रतिशत महिलायें रक्ताल्पता (एनीमिया) से जूझती पायी गयीं। उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर स्थिति है और सरकार को इस ओर तत्काल ध्यान देना चाहिए। देश में बड़ी संख्या में कम वजन के बच्चे हैं जिससे उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। देश में पोषण अभियान चलाये जाते हैं लेकिन उनके अपेक्षित परिणाम सामने नहीं आ पा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति को देखते हुए कुपोषण उन्मूलन प्राधिकरण का गठन करना होगा जिससे इस गंभीर समस्या का निवारण किया जा सके।