अयोध्या। यूपी के अयोध्या में मंगलवार को राम मंदिर भवन निर्माण समिति की बैठक में निर्माण कार्यों की समीक्षा हुई। समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि प्रथम तल पर राम दरबार (Ram Darbar) की स्थापना होनी है। मई माह के शुरुआती 15 दिन के अंदर शुभ मुहूर्त में राम दरबार स्थापित हो जाएगा। राम दरबार (Ram Darbar) के दर्शन के लिए पास की व्यवस्था होगी।
उन्होंने बताया कि एक घंटे में 50 लोगों को राम दरबार (Ram Darbar) में दर्शन का पास जारी किया जाएगा। लगभग 800 लोग राम दरबार (Ram Darbar) का प्रतिदिन दर्शन कर सकेंगे। अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय (International Ram Katha Museum) में 20 गैलरी का निर्माण शुरू हो गया है। भगवान के प्रसंग पर होने वाले प्रसारण में गैलरी की स्क्रिप्ट पर समीक्षा हुई है। राम मंदिर (Ram Mandir) में चलने वाले सभी कार्य दिसंबर 2025 तक पूरे हो जाएंगे।
ऑडिटोरियम का काम 2025 के बाद पूरा होगा। बैठक में रामलला के सूर्य तिलक को लेकर भी चर्चा हुई है। रामनवमी पर भगवान सूर्य स्थायी तौर पर रामलला का सूर्य तिलक करेंगे। आगामी 20 वर्षों तक भगवान रामलला का राम जन्मोत्सव पर भगवान सूर्य तिलक करेंगे। तिलक का कार्यक्रम देश और विदेश में लाइव प्रसारित किया जाएगा। राम मंदिर (Ram Mandir) के चारों द्वार का काम शुरू हो गया है।
कैनोपी और मैट का अस्थाई तौर पर राम मंदिर ट्रस्ट व्यवस्था करेगा
नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि रामनवमी के मौके पर चंपत राय द्वार के नाम की घोषणा कर सकते हैं। राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले महापुरुषों के नाम पर राम मंदिर (Ram Mandir) के चारों द्वार का नाम होगा। अप्रैल के अंत में कैनोपी बनाई जा सकेगी। आवश्यकता पड़ने पर रामनवमी के समय कैनोपी और मैट का अस्थाई तौर पर राम मंदिर ट्रस्ट व्यवस्था करेगा।