फिल्ममेकर राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Varma) की फिल्म ‘व्यूहम’ बीते काफी वक्त से विवादों का सामना कर रही है। इस फिल्म की रिलीज पर लगातार विरोध किया जा रहा था। अब इसी बीच राम गोपाल वर्मा को एक बड़ा झटका पहुंचा है। विवादों के चलते फिल्म ‘व्यूहम’ सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो पा रही थी। अब तेलंगाना हाई कोर्ट ने फिल्ममेकर की ‘व्यूहम’ पर रोक लगा दी है। इस फिल्म को बीते दिन यानी 29 दिसंबर को रिलीज होना था। वहीं बताया जा रहा था कि फिल्म आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी की लाइफ पर बेस्ड है।
जस्टिस सुरेपल्ली नंदा की अदालत ने राम गोपाल वर्मा (Ram Gopal Varma) के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म के सेंसर बोर्ड सर्टिफिकेट को भी रद्द कर दिया है। मिली जानकारी के अनुसार कोर्ट ने बीते दिन यानी शुक्रवार को आदेश सुनाते हुए मामले की सुनवाई आगे के लिए टाल दी। अब अगली सुनवाई 11 जनवरी 2024 को होगी। इस मामले पर पहले ‘व्यूहम’ के मेकर्स का पहले ये कहना था कि क्योंकि इस फिल्म को सेंसर बोर्ड ने पास कर दिया है, इसलिए इसकी रिलीज को रोका नहीं जा सकता है।
मेकर्स ने कोर्ट में अपनी बात को रखते हुए कहा था कि आर्टिस्टिक एक्सप्रेशंस को दबाया नहीं जा सकता। बता दें, तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के महासचिव नारा लोकेश ने फिल्म के खिलाफ याचिका दायर की थी। याचिका में उन्होंने फिल्म के मेकर्स पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी याचिका में इस फिल्म को प्रोपेगेंडा फिल्म तक बताया है।
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नारा लोकेश ने अपनी याचिका में साफ-साफ कहा है कि फिल्म में उनके नेता और पार्टी का नाम का इस्तेमाल किया गया है। फिल्म के जरिए उन्हें खुलेआम बदनाम किया जा रहा है। बता दें, इस याचिका पर जस्टिस सुरेपल्ली नंदा की अदालत ने दिनभर सुनवाई चली। कोर्ट ने सेंसर बोर्ड और फिल्ममेकर्स की भी बातें सुनी। जहां सेंसर बोर्ड ने अदालत को बताया कि राम गोपाल वर्मा से फिल्म की शुरुआत में एक लाइन जोड़कर डिस्क्लेमर को बदलने के लिए कहा गया था।