अयोध्या। भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) की नींव बनकर तैयार हो गई है, इसकी तस्वीर पहली बार सामने आई है। अब राम मंदिर के ग्राउंड फ्लोर का निर्माण होगा, जहां रामलला विराजमान होंगे। इसके बाद फर्स्ट फ्लोर का कार्य होगा, जिस पर पूरे राम दरबार का दर्शन होगा। दरबार में श्रीराम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न के साथ माता जानकी विराजेंगी।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार मंदिर निर्माण में राम चबूतरा सात लेयर में बनेगा। इसकी ऊंचाई 21 फीट रहेगी। यानी एक लेयर 3 फीट की है। पहले लेयर का काम पूरा हो गया है। इसे और तेज करने की रणनीति बनाई गई है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि कार्य की प्रगति समय के अनुरूप चल रही है, राम चबूतरा यानी प्लिंथ के निर्माण में ग्रेनाइट स्टोन लग रहा है।
चंपत राय ने बताया कि 2023 में गर्भगृह में रामलला को स्थापित कर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने का लक्ष्य है। मई और जून के बाद गर्भगृह का बंशी पहाड़पुर के पत्थर से निर्माण शुरू होने की उम्मीद है। राम मंदिर की सुरक्षा हाईटेक होगी।
अयोध्या का राम मंदिर 161 फीट ऊंचा और 350 फीट लंबा होगा, जबकि इसकी चौड़ाई 255 फीट होगी। एक साथ एक लाख श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए प्रवेश दिया जा सकेगा। श्रद्धालुओं के विश्राम और प्राथमिक चिकित्सा सहित सभी मूलभूत सुविधाएं 108 एकड़ विशाल राम मंदिर परिसर में मौजूद रहेंगी।
भक्तों को श्रीराम से जुड़े साहित्य और मूर्तियों के माध्यम से सम्पूर्ण रामायण देखने की सुविधा भी मिलेगी। कुल मिलाकर श्री राम मंदिर धर्म-अध्यात्म के साथ शिक्षा और संस्कार का देश का बड़ा मंदिर होगा।