सर्किट हाउस में रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिषद की निर्माण समिति की बैठक के दूसरे चरण में राम लला के भव्य मंदिर निर्माण कार्यों की समीक्षा की गयी। इस दौरान मन्दिर परिसर के बाहर भी मन्दिर की तर्ज पर पूरी भव्यता के साथ विकास कार्य कराने पर विमर्श किया गया।
रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र परिषद के संयोजक नृपेंद्र मिश्र सोमवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे। सोमवार को भी उनकी निर्माण समिति से जुड़े लोगों के साथ राम मंदिर निर्माण की तैयारियों को लेकर बैठक हुई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने मेडिकल कॉलेज पर लगाया 10 लाख रुपए का जुर्माना
दूसरे दिन की बैठक में 15 दिसंबर के बाद बुनियाद की नियमित खोदाई शुरू होने का निर्णय लिया गया। बताया जा रहा कि 15 दिसंबर तक देश के जाने-माने तकनीकी विशेषज्ञ अपनी रिपोर्ट ट्रस्ट व समिति को दे देंगे। मन्दिर निर्माण के प्रथम चरण में परकोटे का निर्माण होगा।
राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने बताया कि 67 एकड़ के बाहर राम मंदिर की भव्यता के अनुरूप ही विकास कार्य होंगे। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के साथ ट्रस्ट से सामंजस्य बनाकर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा।
लोहिया पुल पर चलती कार बनी आग का गोला, चालक ने कूदकर बचाई जान
दो दिवसीय बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्र, ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष महंत गोविंद देव गिरि, महासचिव चंपत राय, सदस्य डा. अनिल मिश्र, जगदीश आफजे, आशीष सोमपुरा, निखिल सोमपुरा, शत्रुघ्न सिंह (सेवानिवृत्त आईएएस) व एलएण्डटी के कार्यकारी अधिकारी दिवाकर त्रिपाठी (सेवानिवृत्त आईएएस), अक्षरधाम के आर्किटेक्ट ब्रह्मबिहारी स्वामी सहित टाटा, सीबीआरआई, रुड़की व आईआईटी, चेन्नई एवं सूरत के विशेषज्ञ शामिल रहे।