अयोध्या। श्री राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र के जनरल सेक्रेटरी,चंपत राय ने बताया कि राममंदिर के शिलान्यास की 29 जुलाई व पांच अगस्त की तारीख प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी गई है। इस पर मुहर लगने के बाद आगे का कार्यक्रम तय किया जाएगा।
Larsen & Toubro is collecting samples for soil testing. Drawing of temple's foundation will be made on basis of the strength of soil 60 m below. Work to lay down the foundation will begin on basis of the drawing: Champat Rai, General Secy, Sri Ram Janmabhoomi Tirth Kshetra Trust pic.twitter.com/wjxOc9172o
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 18, 2020
उन्होंने बताया कि ट्रस्ट लार्सन एंड टुब्रो मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र कर रहा है। मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की ताकत के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जाएगा। नींव रखने का काम ड्राइंग के आधार पर शुरू होगा।
अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक खत्म हो गई है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन और आधारशिला रखने की कोई तिथि फिलहाल तय नहीं हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संभावित तिथियां भेजी गई हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से इन तिथियों में से किसी एक पर सहमति दिए जाने के बाद भूमि पूजन और आधारशिला रखने की तिथि तय होगी। यह जानकारी तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी।
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी को शिलान्यास में आने का निवेदन किया गया है, यह निवेदन खुद नृत्यगोपाल दास जी ने किया है, लेकिन अंतिम फैसला PMO को करना है। इस समय देश में कई मामले चल रहें हैं। हमने तारीख तय करके पीएमओ को भेज दिया है। अंतिम फैसला PMO लेगा। उन्होंने बताया कि सोमपुरा ही मंदिर का निर्माण करेगा। सोमनाथ मंदिर को भी इन लोगों ने बनाया है।मंदिर बनाने में पैसे कि कमी नहीं होगी। मंदिर के लिये 10 करोड़ परिवार दान देंगे।
बैठक में राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मित्र के साथ ट्रस्ट के 12 सदस्य मौजूद थे। तीन सदस्य वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुडे । राम जन्म भूमि सुरक्षा सलाहकार केके शर्मा भी बैठक में मौजूद थे।