रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने रामलला के मंदिर निर्माण के लिए प्राप्त समर्पण निधि में से पांच सौ करोड़ की एफडी भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा में करवाई है। इसे स्थाई निधि के रूप में बैंक में जमा कराया गया है। साथ ही ट्रस्ट ने विदेशी मुद्रा में समर्पण प्राप्त करने की तैयारी भी शुरू कर दी है। इसको लेकर ट्रस्ट ने नई दिल्ली स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में एक खाता खुलवाया है।
स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा में 500 रुपये की एफडी के बारे में ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र ने बताया कि स्थाई निधि का निर्माण अनुभवी चार्टेड एकाउंटेंट्स की सलाह पर किया गया है। मालूम हो कि ट्रस्ट ने राम मंदिर निर्माण के लिए देश भर में 14 जनवरी मकर संक्रांति से 27 फरवरी माघी पूर्णिमा तक 42 दिनों का अभियान चलाकर समर्पण निधि का संकलन किया था। इस संकलन का अधिकृत आंकड़ा अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि ऑडिट पूर्ण होने के बाद ही वास्तविक स्थिति स्पष्ट होगी। फिर भी यह माना जा रहा है कि समर्पण अभियान में चार हजार करोड़ से अधिक का दान मिल चुका है।
इस बीच रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने विदेशी मुद्रा में समर्पण प्राप्त की तैयारी शुरू कर दी है। ट्रस्ट ने नई दिल्ली स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा में खाता खुलवाया गया है। चूंकि विदेशी मुद्रा में समर्पण लेने के लिए स्टेट बैंक में खाता अनिवार्य था, इसलिए खाता खोला गया है। इस खाते का संचालन ट्रस्ट महासचिव के अलावा कोषाध्यक्ष महंत गोविंद गिरि व अन्य न्यासी डॉ. अनिल मिश्र में से किसी दो के हस्ताक्षर से किया जाएगा। वहीं अयोध्या स्थित खाते का संचालन ट्रस्ट के महासचिव के अलावा न्यासी व अयोध्या नरेश बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र एवं डॉ. अनिल मिश्र में से किसी दो के संयुक्त हस्ताक्षर से होता है