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गुजिया, कचौड़ी, ठंडाई…., नए मंदिर में पहली बार होली खेलेंगे रामलला

Ramlala

Ramlala

अयोध्या। रामभक्तों के लिए खास होगी इस बार की होली। सदियों की प्रतीक्षा के बाद रामलला (Ramlalla) अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं और अपने नए मंदिर में पहली बार होली खेलेंगे। रामलला के लिए खास तौर पर ‘कचनार’ फूलों से हर्बल गुलाल तैयार किया गया है। ये गुलाल बेहद खास होगा, जिसे वैज्ञानिकों ने तैयार किया है।

जानकारी के अनुसार, रामलला (Ramlalla) इस बार की होली मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा भेजे गए कचनार के फूलों से बने हर्बल गुलाल से खेलेंगे। इसी के साथ नए वस्त्र शृंगार बाल रामलला पहनेंगे, उन्हें परंपरागत होली के पकवानों का भोग लगाया जाएगा। होली के गीत भी होंगे और उन गीतों के बीच भक्तिमय माहौल में राम भक्त भी रामलला के दरबार में एक दूसरे को अबीर गुलाल लगाकर उत्सव का आनंद उठाएंगे।

राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ वैज्ञानिकों ने रामलला (Ramlalla) के लिए खास गुलाल तैयार किया है। कचनार के फूलों से बने इस गुलाल को रामलला के लिए मुख्यमंत्री ने राम मंदिर ट्रस्ट को भेजा है। फूलों के साथ इस गुलाल से रामलला होली खेलेंगे।

मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा कि होली का पर्व भव्य दिव्य रूप से मनाया जाएगा। बहुत दिनों तक रामलला तिरपाल में रहे, अस्थाई मंदिर में रहे और अब भव्य दिव्य मंदिर बन गया है, जहां रामलला विराजमान हैं। ऐसी स्थिति में प्रथम होली है। होली के जो उत्सव होने हैं, वह बहुत ही भव्य दिव्य रूप से मनाए जाएंगे।

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कचनार रंग भी लखनऊ से चंपत राय जी के पास आ चुका है, वह भी लगाया जाएगा, साथ ही साथ गुजिया, कचौड़ी, पूड़ी-सब्जी, फल फूल व मिष्ठान के भोग लगाए जाएंगे। नए वस्त्र धारण कराए जाएंगे। यह सारी व्यवस्थाएं इस प्रकार से होंगी, जैसे भगवान का बाल स्वरूप एकदम दिव्य दिखाई दे। इस वर्ष की होली विलक्षण होगी। भक्त दर्शन करके भाव विभोर हो जाएंगे।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने कहा कि नए मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद रामलला की यह प्रथम होली है। अपने भवन में होली धूमधाम से मनाई जाएगी। मुख्यमंत्री द्वारा कचनार के फूलों का गुलाल भेजा गया है, जिसका इस्तेमाल होगा। होली में प्रमुख रूप से ठंडाई के प्रसाद का भी भोग लगाया जाएगा, इसके साथ गीत और भजनों का भी आयोजन किया जाएगा।

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