मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रामलला की पूजा-अर्चना की। वहां पहला दीपक जलाकर अयोध्या में दीपोत्सव का आगाज किया। राम की पेड़ी और सरयू के सभी 24 घाटों पर दीपोत्सव के साथ ही ऐसा लगा जैसे आकाश गंगा धरती पर उतर आयी हों। इस अवसर पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विमान से उतरे राम-लक्ष्मण, सीता, हनुमान औरवशिष्ठ आदि ऋषियों के स्वरूप की अगवानी की। राम-सीता के स्वरूप में पधारे कलाकारों की आरती की। 11 झांकियां निकाली गर्इं जिसे देखकर लगा कि रामनगरी में त्रेतायुग जैसा नजारा उपस्थित हो गया है।
492 साल बाद पहली बार रामलला के घर 11 हजार दीपों के प्रकाश से आलोकित हुए। राम की पैड़ी समेत सरयू के प्रमुख घाटों और अयोध्या के पौराणिक स्थलों पर भक्तों और साधु-संतों ने श्रद्धा भाव से दीपमालिकाएं प्रज्जवलित कीं। अयोध्या के सभी धार्मिक औरपौराणिक स्थलों, मठ-मंदिरों में दीप जलाये गए।
मैं वैश्विक महामारी COVID-19 के बावजूद आज यहां उपस्थित सभी पूज्य संतों, प्रदेश और देश के विभिन्न भागों से आए भगवान श्रीराम के श्रद्धालु भक्तों का इस अवसर पर हृदय से स्वागत करता हूं: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी#Deepotsav2020 #DiwaliAyodhyaWali pic.twitter.com/cinGwWdFcp
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) November 13, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रामनगरी अयोध्या को वैदिक रामायण के आधार पर दुनिया की सबसे सुंदर नगरी बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि राममंदिर निर्माण के रूप में पीएम मोदी ने पीढ़ियों का संकल्प पूरा किया है। रामराज्य में किसी के साथ अन्याय नहीं हो सकता लेकिन अयोध्या को उसकी पहचान तो मिलनी ही चाहिए।
अयोध्या दीपोत्सव : सीएमयोगी ने की रामलला की पूजा, देखें जश्न का वीडियो
मुख्यमंत्री ने कहा कोरोना महामारी के इस समय में पीएम मोदी ने राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त किया। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए मंदिर निर्माण की अधारशिला रखने के लिए खुद आए। इस पल का पांच सदी से दुनिया भर के भारतभक्तों को इंतजार था। हमारी पीढ़ियां यह सपना लिए हुए खप गईं। कई पीढ़ियों से सभी के मन में एक ही तमन्ना थी कि हम भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण कार्य को अपनी आंखों से देख लेते तो हमारा जन्म और जीवन धन्य हो जाता। वह कार्य प्रधानमंत्री मोदी के कारण सफल हुआ है।
हम सिर्फ मंदिर का ही निर्माण नहीं कर रहे हैं, रामराज्य की परिकल्पना के अनुसार विकास कार्य भी कर रहे हैं। प्रत्येक गरीब को घर, शौचालय कनेक्शन और पांच लाख रुपये तक के मुफ्त इलाज की व्यवस्था की है। 80 करोड़ लोगों को खाद्यान्न दे रहे हैं। कार्डधारक कहीं से भी खाद्यान्न ले सकता है। यह सुविधा भी दे दी गई है।
अयोध्या के पावन सलिल सरयू के तट पर जीवंत हो उठा त्रेता युग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से दीपोत्सव को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बना रहे हैं। फिजी, कोरिया, थाईलैंड, जापान और नेपाल समेत पूरी दुनिया से लोग यहां सीधे आ सकेंगे। अगले साल हम 7,51,000 जलाएंगे। अयोध्या में 5 लाख लोगों के एक साथ घाट पर स्नान करने की व्यवस्था की है, जो प्रभु राम और अयोध्या के प्रति हमारा भाव है, वही जनता के प्रति भी है। इसलिए भारत को दुनिया की ताकत बनने से कोई नहीं रोक सकता। आज दुनिया भारत की ताकत का एहसास भी कर रही है।
योगी ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं, जो प्रभु राम के मंदिर निर्माण के साक्षी बन रहे हैं। पहले जब मैं अयोध्या आता था तो एक ही बात होती थी कि विकास नहीं ,राम मंदिर चाहिए। आपने धैर्य का परिचय दिया और उसका परिणाम है कि आज राम मंदिर का निर्माण हो रहा है। राम के राज्य में किसी के साथ अन्याय नहीं होता था, इसलिए बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य कर रहे हैं। शीघ्र ही राजश्री दशरथ मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। यहां विश्वस्तरीय इलाज की सुविधाएं होंगी। उन्होंने दावा किया कि अयोध्या को हम वैदिक सिटी के रूप में विकसित करेंगे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या वासियों ने राम भक्तों ने बहुत अन्याय सहा है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। देश-दुनिया आज अयोध्या से जुड़ने के लिए उत्सुक है। यहां हम निराश्रित महिलाओं और बच्चों के लिए सदन के निर्माण का काम भी आगे बढ़ाएंगे। भगवान राम से जुड़े हर स्थल को विश्व स्तरीय पहचान दिलाएंगे। उन्होंने अयोध्या के विकास में जल शक्ति विभाग और लोक निर्माण विभाग समेत सभी संबंधित विभागों के योगदान की सराहना की।