समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार के कार्यकाल में पार्टी के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खां की भैंस को ढूढ़ निकालने को लेकर देश भर में सुर्खियां बटोरने वाली रामपुर पुलिस ने रविवार को एक कांग्रेसी नेता की लापता घोड़ी की तलाश पूरी कर ली है।
कांग्रेस नेता की घोड़ी गुम होने पर चर्चा का विषय बनी हुई थी। पुलिस पर भी इसको ढूंढने की जिम्मेदारी आयद की गई थी। रामपुर पुलिस ने पूरी मुस्तैदी दिखाते हुए घोड़ी को 24 घंटे में ढूंढ निकाला है । घोड़ी के गुम होने को लेकर एडीजी बरेली ने भी ट्वीट कर पुलिस अधिकारियों को संज्ञान लेने के आदेश दिए थे।
चौक मोहम्मद सईद खां निवासी कांग्रेस किसान नेता नाजिश खान की काले रंग की घोड़ी रानी नामक गुम हो गई थी जिसको लेकर पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। गुमशुदगी की रिपोर्ट का मामला उच्च पुलिस अधिकारियों तक पहुंचने के कारण पुलिस भी हरकत में आई और घोड़ी को 24 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला। घोड़ी थाना गंज के क्षेत्र काशीपुर गांव में बरामद हुई। घोड़ी की गुमशुदगी को लेकर पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की और घोड़ी का सुरागरसी करते हुए घोड़ी बरामद कर ली। इस मामले में अभी किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है वहीं कांग्रेस नेता अपनी घोड़ी वापस मिलने पर काफी खुश हैं उनका कहना है कि घोड़ी उनके परिवार का हिस्सा है।
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इससे पहले सपा सरकार में तत्कालीन मंत्री आज़म ख़ान की भैंस ढूंढने के लिए पुलिस अधीक्षक खुद मैदान में उतर पड़ी थीं । मुर्गी, बकरी ढूंढने के लिए भी पुलिस से गुहार लगाई जा चुकी है । यही नहीं रामपुर के जिला अधिकारी रहे अमित किशोर के पालतू कुत्ते जर्मन शेफर्ड को ढूंढ निकालने के लिए पुलिस ने कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। जर्मन शेफर्ड जोजो को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर खोज निकाला था।
गौरतलब है कि आजम खान की भैंसे ढूंढ कर लाने के लिए पुलिस अधीक्षक साधना गोस्वामी खुद अपने दल बल के साथ मैदान में उतर पड़ी थीं और उन्हें ढूंढ भी निकाला था। यही नहीं आपकी सेवा में सदैव तत्पर पुलिस ने तत्कालीन जिलाधिकारी के पालतू कुत्ते जर्मन शेफर्ड जोजो को भी 24 घंटे के अंदर ढूंढ निकाला था। रामपुर पुलिस मुर्गी बकरी वगैरह को भी ढूंढने में पीछे नहीं रही है हालांकि इन पालतू जानवरों को ढूंढने में सियासी हथकंडे ज्यादा रहे हैं क्योंकि इन जानवरों के मालिकान सियासत के ऊंचे पायदानों पर बैठे हुए थे या उनके करीबी थे।