पीलीभीत। उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में दुष्कर्म (Rape) कर किशोरी को आग लगाने के मामले में रविवार को आईजी रमित शर्मा किशोरी के घर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। इसके पहले पुलिस ने रात में ही दोनों आरोपियों के खिलाफ दुष्कर्म (Rape) की रिपोर्ट दर्ज कर ली। रविवार को दोनों को जेल भेज दिया गया। इधर किशोरी की हालत नाजुक होने पर रविवार दोपहर को लखनऊ रेफर कर दिया गया। आईजी ने इस पूरे मामले में एसपी को जांच कर रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
माधोटांडा के एक गांव की किशोरी से गांव के ही दो युवकों ने दुष्कर्म (Rape) किया और इसके बाद डीजल डालकर आग लगा दी। घटना के दौरान किशोरी के पिता खेत पर गए थे, जबकि मां मायके गईं थी। बकौल पिता जब वह खेत से लौटकर घर पहुंचे तो किशोरी झुलसी हुई पड़ी थी। बेहोश होने के कारण वह कुछ बोल नहीं पा रही थी।
परिजन पहले उसे पूरनपुर के सरकारी अस्पताल ले गए। हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रविवार दोपहर को पीड़िता की हालत बिगड़ने पर उसे लखनऊ केजीएमसी रेफर कर दिया गया। पीड़िता की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी को जिंदा जलाया, हालत गंभीर
इधर आईजी रमित शर्मा रविवाद दोपहर दो बजे पीड़िता के घर पहुंचे। यहां रिश्तेदारों से घटना के बारे में पूछताछ की। माधोटांडा थाने पहुंचकर एफआईआर देखी। इंस्पेक्टर सुरेंद्र प्रताप सिंह से पूछताछ की। तो उन्होंने बताया कि रात में ही घटना की एफआईआर दर्ज कर ली गई थी। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें जेल भेजा जा रहा है।
इसके बाद आईजी ने पुलिस कार्यालय जाकर एसपी दिनेश कुमार से भी इस घटना के संबंध में जानकारी ली साथ ही पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी। समय से पीड़िता के बयान क्यों दर्ज नहीं हो पाए इसमें किस की लापरवाही रही, इसको लेकर भी जांच रिपोर्ट मांगी है।